शिकायत के बाद कहां गये भाजपा नेता प्रकाश बजाज?
रायपुर | संवाददाता: पत्रकार विनोद वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले भाजपा नेता प्रकाश बजाज लापता हैं. घर वालों का कहना है कि वो घर में नहीं हैं. वहीं उनका फोन भी बंद आ रहा है. परिजनों में से अधिकांश ने कहा कि प्रकाश बजाज उनके संपर्क में नहीं हैं. माना जा रहा है कि प्रकाश बजाज विवादों से बचने के लिये लोगों के संपर्क में नहीं आ रहे हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को प्रकाश बजाज ने ही पंडरी थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि उनके आका की कथित सीडी सार्वजनिक कर के बदनाम करने संबंधी फोन उन्हें आया है. उनकी रिपोर्ट के बाद पुलिस ने तुरंत-फुरंत में कार्रवाई की और रायपुर में एफआईआर दर्ज होने के 11 घंटे के भीतर रायपुर की टीम ने दिल्ली और उसके बाद गाजियाबाद पहुंच कर तड़के 3 बजे विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया.
छत्तीसगढ़ में भाजपा की कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य प्रकाश बजाज पिछले 10 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं. उनकी राजधानी रायपुर के एमजी रोड में फर्नीचर की एक दुकान थी. नवभारत के अनुसार प्रकाश बजाज भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने के साथ रहते हुए भाजपा आईटी सेल में सहसंयोजक बने. उस दौरान राजधानी के बजाज कॉलोनी में निवास करते थे.
इसी बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक के निर्वाचन क्षेत्र बिल्हा में विधानसभा चुनाव में काम करने का अवसर मिला,जिससे वह सीधे तौर पर प्रदेशाध्यक्ष कौशिक के करीबी बन गए.उन्होंने फर्नीचर की दुकान बंद कर दी और भवन निर्माण में छोटे बिल्डर के रूप में काम करने लगा.साल 2010 में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के फर्जी फेसबुक एकाऊंट के चलते विवादों में आए, फिर उन्हें भाजपा आईटी सेल से हटा दिया गया.
साल 2015 को गठित भाजपा की नई कार्यकारिणी में उन्हें कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया. वर्तमान में वह भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री कौशिक व हाऊंसिग बोर्ड के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह सवन्नी के करीबी लोगों में गिने जाते है. वर्तमान में प्रकाश बजाज अशोका रतन के सामने वीआईपी स्टेट में निवासरत है.
शिकायत के बाद उनका खोजबीन हो रहा है,क्योंकि पूरे मामले में वहीं एक मात्र व्यक्ति है, जिनके पास ब्लैकमेलिंग को लेकर फोन आया था. कानून के जानकार यह भी कह रहे हैं कि यदि शिकायतकर्ता सबूत पेश नहीं कर पाया, तो झूठी शिकायत के मामले में प्रकाश बजाज की मुश्किलें बढ़ सकती है.