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एक साथ तीन तलाक गलत-मुस्लिम बोर्ड

लखनऊ | डेस्क: आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि एक साथ तीन तलाक पूरी तरह से गलत है. बोर्ड ने कहा कि शरीयत में भी एक साथ तीन तलाक की मनाही है. इस तरह के तलाक को रोकने के लिये अभियान चलाया जायेगा.

बोर्ड ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बिना उचित कारण के तलाक देता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा. बोर्ड बिना कारण के तलाक न देने का एक अभियान भी देश में चलायेगी.

बोर्ड ने एक विस्तृत बैठक के बाद कहा कि शरीयत कानून में किसी का भी हस्तक्षेप बर्दास्त नहीं किया जायेगा. बोर्ड के नेताओं ने कहा कि भारत के मुसलमान मुस्लिम पर्सनल लॉ में किसी भी तरह का बदलाव नहीं चाहते.

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या में मंदिर और मस्जिद के मुद्दे पर साफ कहा कि अदालत से बाहर का कोई भी फैसला हमें स्वीकार नहीं है. बोर्ड ने कहा कि इस समस्या को हल करने के लिये बातचीत की कई कोशिशें हुईं लेकिन वे आज तक कामयाब नहीं हो सकी हैं. ऐसे में अब हमें केवल उच्चतम न्यायालय पर ही भरोसा है और उच्चतम न्यायालय का फैसला ही हमें स्वीकार होगा.

बोर्ड का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में फिर से दुहराया है कि वे तीन तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ हैं. उन्होंने साफ कहा है कि वे सभी को बराबरी का दर्जा दिये जाने के पक्ष में हैं.

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