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भू-विस्थापितों ने मांगी नौकरी

कोरबा | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कोरबा के भू-विस्थापितों ने नौकरी की मांग पर लैंको-प्लांट का गेट बंद कर दिया. उल्लेखनीय है कि लैंको प्रबंधन द्वारा प्रशासनिक तौर पर पात्र घोषित किये गये भू-विस्तापितों को स्थाई नौकरी देने से इंकार कर दिया है. लैंको प्रबंधन भू-विस्थापितों को ठेके पर रखना चाहता है. इसी के साथ लौंको प्रबंधन ने योग्यता के अनुसार नौकरी देने में अपनी असमर्थता जताई है.

इससे खफ़ा ग्रामीणों तथा आंदोलनकारियों ने शनिवार को लैंको प्लांट के गेट नंबर दो को जाम कर दिया. आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो सोमवार से लैंको प्लांट के मुख्य द्वार गेट नंबर एक भी बंद कर दिया जायेगा. गौरतलब है कि लैंको प्लांट के भू-विस्तापित बीएमएस के बैनर तले आंदोलन कर रहें हैं. इस आंदोलन को प्रभावित 12 गांवों के सरपंचों ने अपना समर्थन दिया है तथा वे भी आंदोलन में शामिल हैं.

आंदोलन से घबराए प्रबंधन ने आनन-फानन में बैठक आयोजित की वार्ता शुरू की. इस दौरान आंदोलनकारियों ने जिला प्रशासन द्वारा स्वीकृत भू-विस्थापितों के आवेदन पर नौकरी देने, स्थानीय प्रभावितों को ठेका पद्धति से कार्य पर रखने के मसले पर चर्चा हुई.

इस पर प्रबंधन ने कहा कि स्वीकृत पात्र विस्थापितों को नियमित रुप से नौकरी अभी नहीं दे सकते, ठेका पद्धति से कार्य रखा जा सकता है. कब तक कार्य पर रखेंगे, इस बारे में भी अभी स्पष्ट रुप से नहीं बताया जा सकता है. प्रभावित गांव के लोगों को योग्यता के अनुसार नौकरी देना मुश्किल है. आंदोलनकारियों ने कहा कि जब समस्या का निराकरण नही किया जा सकता, तो फिर वार्ता करने का कोई औचित्य ही नही है.

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