98 करोड़ से 320 करोड़ किया था DPR का बजट
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने जनसंपर्क विभाग DPR को खुले हाथ से पैसे दिये. प्रचार-प्रसार को लेकर सरकार का जोर कितना था, इसे केवल इस बात से समझा जा सकता है कि 2014-15 की तुलना में 2018-19 में राज्य सरकार ने जनसंपर्क विभाग का बजट चार गुणा कर दिया था.
खर्चों का हिसाब देखें तो एक साल में केवल पत्र-पत्रिकाओं पर ही जनसंपर्क विभाग ने 41 लाख 41 हज़ार 642 लाख रुपये खर्च कर दिये.
विभाग को साल भर में कथित अतिथियों पर 1 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. इस कथित आतिथ्य पर जनसंपर्क विभाग ने और उदारता दिखाई. आंकड़े बताते हैं कि जनसंपर्क विभाग ने साल भर में कथित आतिथ्य पर 1 करोड़ 29 लाख 75 हज़ार 194 रुपये खर्च कर दिये.
जनसंपर्क विभाग ने नया रायपुर के कार्यालय हेतु लगभग 10 लाख रुपये खर्च कर के केवल क्राकरी खरीद ली. आयोजनों पर होने वाले खर्चा का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकार ने एक कप चाय के लिये 500 रुपये और एक प्लेट खाने के लिये 4000 के हिसाब से भुगतान करने का काम किया था.
आंकड़े बताते हैं कि 2014-15 में जनसंपर्क विभाग का बजट 98 करोड़ 28 लाख, 16 हज़ार रुपये था. 2018-19 में यह आंकड़ा 320 करोड़, 62 लाख, 60 हज़ार हो गया.
2015-16 में रमन सिंह की सरकार ने 102 करोड़ 21 लाख 90 हज़ार रुपये का बजट प्रावधान जनसंपर्क विभाग के लिये रखा था. 2016-17 में यह रक़म 151 करोड़, 80 लाख 35 हज़ार कर दिया गया.
इसके अगले साल यानी 2017-18 में यह आंकड़ा 174 करोड़, 34 लाख 41 हज़ार कर दिया गया और अगले साल के लिये यह रकम लगभग दोगुणी 320 करोड़, 62 लाख 60 हज़ार कर दी गई.