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सिंहस्थ कुंभ: तेज आंधी से 7 की मौत

उज्जैन | समाचार डेस्क: तेज आंधी बारिश से पंडाल गिरने से 6 तथा बिजली गिरने से 1 की मौत हो गई है. उज्जैन में गुरुवार को आई तेज आंधी तथी तूफाने से सिंहस्थ का पंडाल गिरने से 6 तथा आसमानी बिजली की चपेट में आने से 1 महिला की मौत हो गई है. बीबीसी को भोपाल से पत्रकार शूरेह न्याज़ी ने उज्जैन पुलिस के हवाले से बताया है कि 6 लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 30 ज़ख़्मी हैं.

सेंट्रल थाने के प्रभारी वी कनोजिया ने बताया कि 5 लोग तंबू गिरने से मरे हैं और 1 औरत की बिजली गिरने से मौत हो गई है.

मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि कुल छह लोगों की मौत हो गई, इनमें से पांच की मौत पंडाल में दबने और भगदड़ मचने से हुई है, वहीं एक महिला की बिजली गिरने से मौत हुई है. हादसे में कम से कम 40 लोग घायल हो गए.

वहीं जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह सिर्फ एक महिला की बिजली गिरने से मौत बता रहे हैं. चार लोगों के गंभीर होने की बात को भी उन्होंने स्वीकार किया है. प्रशासन और सरकार के प्रतिनिधि लगातार इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि मौतों का सही-सही आंकड़ा सामने न आ पाए. यही कारण है कि कोई भी अफसर मौतों का ब्योरा देने को तैयार नहीं है.

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पंडाल के नीचे दो वाहन दबे हुए हैं. घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है. राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है.

आंधी और बारिश के बाद हर तरफ अव्यवस्थाएं बिखरी पड़ी हैं. आम श्रद्धालु से लेकर साधु-संतों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने उज्जैन के लोगों से बाहर से आए श्रद्धालुओं की मदद की अपील की है.

आंधी और भारी बारिश ने सरकार के उन सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है जो लगातार दो माह से किए जा रहे थे. आलम यह है कि पंडाल से लेकर स्वागत द्वार तक हर तरफ गंदा पानी बह रहा है. यहां तक कि सीवर लाइन का गंदा पानी सीधे क्षिप्रा नदी में जाकर मिल रही है, जहां लोग पुण्य लाभ के लिए स्नान कर रहे हैं.

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