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अफगान जंग की मोनालिसा के रिहाई के आदेश

इस्लामाबाद | समाचार डेस्क: पाकिस्तान की जेल में बंद अफगान जंग की मोनालिसा को रिहा करने के आदेश दे दिये गये हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार ने आदेश दिया है कि शरबत गुला को रिहा कर दिया जाये. निसार के अनुसार शरबत को मानवीय आधार पर रिहा किया गया है लेकिन उनके मामले की जांच जारी रहेगी.

उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान जंग की मोनालिसा कहीं जाने वाली शरबत गुला को पिछले बुधवार को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया था. शरबत गुला पर आरोप है कि उसने नेशनल आइडेंटिटी कार्ड बनाने की कम्प्यूटराइज्ड प्रॉसेस में जालसाजी की है. शरबत गुला के पास पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान, दोनों की नागरिकता है.

उल्लेखनीय है कि 32 साल पहले नेशनल ज्योग्राफिक चैनल के एक फोटोग्राफ के चलते शरबत गुला को अफगानिस्तान की मोनालिसा कहा जाने लगा था. 1984 में पेशावर के एक रिफ्यूजी कैम्प से नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने शरबत गुला की तस्वीर ली थी. यह फोटो जून 1985 में मैगजीन के कवर पेज पर छपी थी. उस समय उसकी उम्र महज 12 साल की थी.

नेशनल जियोग्राफिक ने उस वक्त अफगानिस्तान में छिड़ी जंग के चलते बेघर हुए लोगों के हालात बयां करने के लिए कवरेज किया था. उसी के तहत शरबत की फोटो ली गई थी, ताकि अफगान की रिफ्यूजी क्राइसिस को सामने लाया जा सके.

शरबत गुला कई साल तक गुमनामी में रहीं. 2002 में मैगजीन के लोगों ने उसे फिर से ढूंढ निकाला. स्टीव मैककरी ने 17 साल बाद दोबारा शरबत की फोटो ली. दोबारा तस्वीर लेने के बाद स्टीव ने कहा था, ”शरबत गुला की आंखें अब भी वैसा ही डर बयां करती हैं.”

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