युवा जगत

पच्चीस फीसदी भारतीय चाहते हैं बेहतर नौकरी

नई दिल्ली: भारतीय बाज़ार में जिस तेज़ी नई नौकरियां उपलब्ध होती जा रही हैं उसी तेज़ी से नौकरीपेशा लोगों के अंदर असंतोष भी बढ़ता जा रहा है. वैश्विक मानव संसाधन एवं प्रबंधन सलाहकार कंपनी हे ग्रुप और सेंटर फॉर इकनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च द्वारा कराए गए एक ताज़ा सर्वेक्षण से पता चला है कि भारत में हर चौथा कर्मचारी अपनी नौकरी बदलने को तैयार है.

सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय कामगारों की इस सोच के पीछे वेतन को लेकर उपजा असंतोष और बेहतर संभावनाएं तलाशने की इच्छा जिम्मेवार हैं. इसके अनुसार भारत के करीब 55 फीसदी नौकरीपेशा लोग अपने वेतन को लेकर कहीं न कहीं असंतुष्ट हैं.

सर्वे कहता है कि वर्ष 2013 कै दौरान भारतीय के संगठित क्षेत्र में करीब 26.9 प्रतिशत कर्मचारी अपनी नौकरी बदल देंगे, साथ ही इसके अगले वर्ष 27.5 तक पहुँचने की संभावना है. बदलाव की यह दर वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा है.

हे ग्रुप इंडिया के लीडरशिप एंड टैलंट प्रैक्टिस लीडर मोहनीश सिन्हा ने कहा है कि अगले कुछ वर्षों में कंपनियों को अपने कर्मचारी बनाए रखने के लिए खासी मेहनत करनी होगी. उन्हें बेहतर वेतन, बेहतर सुविधाएं इत्यादि उपलब्ध कराने होंगे अन्यथा उनके ज्यादातर कर्मचारी किसी अन्य कंपनी में चले जाएंगे.

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