पृथक विदर्भ का विरोध नहीं करेंगे पवार
नई दिल्ली | एजेंसी: केंद्रीय कृषि मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि वे एकजुट महाराष्ट्र का समर्थन करते हैं, लेकिन वे पृथक विदर्भ राज्य की मांग का विरोध नहीं करेंगे. पवार सीएनएन-आईबीएन न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कांग्रेस द्वारा तेलंगाना गठन को मंजूरी देने के बाद विदर्भ की मांग फिर से उठने पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.
साक्षात्कार में पवार ने कहा, “मैं राज्य और उसकी एकजुटता का पक्षधर हूं. लेकिन मेरा यह भी स्पष्ट विचार है कि यदि समाज का एक बड़ा तबका खास तौर से क्षेत्र (विदर्भ) से पृथक राज्य की मांग करता है और वह यथार्थ हो सकता है तो मैं उसकी राह में रोड़ा नहीं बनूंगा.”
पवार ने यह भी कहा कि यदि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया जाता है तो भारतीय जनता पार्टी के लिए सहयोगी जुटाना मुश्किल होगा. हालांकि उन्होंने मोदी की संभावनाओं पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा, “एक दलीय शासन के विचार को भारत की जनता अब मंजूर नहीं कर रही है. लोग अब गठबंधन चाहते हैं. वे चाहते हैं कि संबंधित राजनीतिक दल न्यूनतम सहमति वाले कार्यक्रमों पर मिलकर काम करें और स्थायित्व प्रदान करें.”
उन्होंने आगे कहा, “ऐसी स्थिति में एक ऐसे व्यक्ति और नेतृत्व की दरकार होती है जो पर्याप्त संख्या में अन्य पार्टियों को स्वीकार्य हो. और इस लिहाज से यह कहना कठिन है कि भाजपा विभिन्न धड़ों का समर्थन जुटाने में कामयाब हो सकेगी.”
तीसरे मोर्चे के बारे में महाराष्ट्र के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस समय इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.