छत्तीसगढ़ में एक और बाघ की मौत
बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में एक और बाघ की मौत हो गई. बाघ की मौत की ख़बर कई दिनों के बाद वन विभाग को गुरुवार को मिली.
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार अचानकमार के कोर इलाके से लगे टिंगीपुर गांव के कंपार्टमेंट नंबर 94 में बाघ शावक के शव की ख़बर ग्रामीणों ने दी.
इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी वहां पहुंचे.
यह इलाका वन विकास निगम के अंतर्गत आता है.
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बाघ की मौत कैसे हुई.
टिंगीपुर गांव से लगे हुए इलाके में वन्यप्राणियों के शिकार से जुड़े मामले पहले भी सामने आते रहे हैं.
2019 में इसी गांव में शिकार के लिए लगाए गए बिजली की तार की चपेट में एक बच्चा आ गया था.
इसके बाद उस बच्चे के दोनों हाथ काटने पड़े थे.
खतरे में बाघ
छत्तीसगढ़ में पिछली सरकार तक 46 बाघों के होने का दावा वन विभाग करता रहा है.
लेकिन राज्य में भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद वन विभाग ने जो रिपोर्ट पेश की, उसके अनुसार राज्य में केवल 19 बाघ हैं.
19 बाघों की रिपोर्ट के बाद से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अब तक राज्य के 4 बाघों के खाल शिकारियों से बरामद किए जा चुके हैं.
मतलब ये कि राज्य में अगर 19 बाघों के आंकड़ों पर भरोसा किया जाए तो इनमें से भी 4 बाघ कम हो गए.
गुरुवार को एक और बाघ का शव मिलने के बाद कम हुए राज्य में बाघों की संख्या घट कर 14 रह जाने का अनुमान है.
राज्य के तीन टाइगर रिजर्व- उदंती-सीतानदी, इंद्रावती और अचानकमार में बाघों को लेकर संशय रहे हैं.
लेकिन बाघों के कम होने की यही गति रही तो राज्य से बाघों का अस्तित्व ही ख़त्म हो जाएगा.
3 सालों में कहां-कहां मिली छत्तीसगढ़ के बाघों की खाल या शव
- 21 फ़रवरी 2019 डिंडौरी
- 8 दिसंबर 2019 कांकेर
- 24 जनवरी 2021 धमतरी
- 12 मार्च 2021 बस्तर
- 25 नवंबर 2021 मुंगेली