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पत्रकारों को गांजा तस्करी में फंसाने वाला थाना प्रभारी जेल भेज गया

सुकमा | संवाददाता: बस्तर के चार पत्रकारों को गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजने की साजिश में शामिल, कोंटा के थाना प्रभारी अजय सोनकर को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है. पत्रकारों ने आरोप लगाया था कि कोंटा थाना प्रभारी ने पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रख कर उन्हें फंसाया.

हालांकि पुलिस ने जांच में थाना प्रभारी पर केवल अनाधिकृत रुप से डीवीआर जब्त करने का आरोप लगाया है.

पुलिस अधीक्षक के अनुसार थाना प्रभारी अजय सोनकर द्वारा 10 अगस्त की आधी रात को आएनएस लॉज जाकर जांच-पड़ताल करने के नाम पर विधिवत प्रक्रिया का पालन न कर अनाधिकृत रुप से सीसीटीवी फूटेज, डीवीआर को अपने कब्जे में लिया गया. इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है, गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया है.

गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश के चिंतूर थाना की पुलिस ने पत्रकार बप्पी राय समेत चार लोगों को रविवार की रात कथित तौर पर गांजा के साथ गिरफ़्तार करने की बात कही थी. ये और बात है कि इन पत्रकारों को शुक्रवार को ही पुलिस ने पकड़ा था, जिसके ख़िलाफ़ छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने शीर्ष अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात की थी.

अब इस मामले में जांच के बाद थाना प्रभारी अजय सोनकर को निलंबित कर, उन्हें जेल भेज दिया गया है.

सुकमा पुलिस ने क्या कहा

सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के अनुसार 11 अगस्त को जिले के कुछ पत्रकारों ने ज्ञापन में आरोप लगाया था कि चित्तूर पुलिस की कार्रवाई के संबंध में कोंटा थाना प्रभारी सोनकर की भूमिका संदिग्ध है.

जांच के लिए सुकमा के एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दंतेवाड़ा के रहने वाले पत्रकार बप्पी रॉय और तीन अन्य, नौ अगस्त को कोंटा गए थे, जहां इरशाद खान और माडवी पवन नामक दो लोगों ने उन्हें बुलाया था.

बाद में बप्पी और तीन अन्य कोंटा स्थित आरएसएन लॉज में रुके. जहां रेत ठेकेदार चंदू भी रह रहा था. खान और पवन नौ अगस्त की रात बप्पी राय की कार को कहीं ले गए और लॉज लौट आए. सोनकर भी उसी रात उसी इलाके में गश्त पर थे.

थाना प्रभारी सोनकर आरएसएन लॉज गये और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर अवैध रूप से ले गये, जो एक अनधिकृत और आपराधिक कृत्य था. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सोनकर को निलंबित कर दिया गया है.

घटनाक्रम

पिछले सप्ताह आंध्र प्रदेश की पुलिस ने गांजा तस्करी के फर्ज़ी आरोप में छत्तीसगढ़ के पत्रकार बप्पी राय समेत कुल 4 लोगों को गिरफ़्तार किया था.

पुलिस ने रविवार 11 अगस्त की रात 9 बजे इन सबके चिंतूर मंडल में 15 किलो गांजा के साथ पकड़े जाने और रात 11 बजे इनके ख़िलाफ़ एफआईआर लिखे जाने का उल्लेख प्राथमिक रिपोर्ट में किया है.

यह छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले से लगा हुआ है.

दर्ज़ प्राथमिकी के अनुसार रविवार की रात पुलिस, राजपत्रित अधिकारी के साथ वाहनों की जांच कर रही थी.

प्राथमिकी के अनुसार पुलिस ने देखा कि कोंटा से भद्राचलम की ओर एक कार चली आ रही थी. जिसकी जांच करने के बाद उसमें से 15 किलो गांजा बरामद किया गया.

पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज किया है.

जिसमें से दो लोगों को फरार बताया है.

पत्रकारों का आरोप है कि छत्तीसगढ़ की कोंटा की पुलिस ने इस मामले में रेत माफिया के साथ मिल कर साजिश रची और पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवा कर उन्हें फंसाया.

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