मोहन भागवत के पास ज्ञान की कमी-शंकराचार्य
रायपुर | डेस्क: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बाद अब शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने मोहन भागवत पर निशाना साधा है.
बस्तर में श्री गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के पास ज्ञान की कमी है.
उन्होंने कहा कि सिख कहते हैं हमारे पास भी ग्रंथ हैं. जिसमें कहीं न कहीं राम जी का नाम भी है. कोई बाइबिल को मानने वाला है तो कोई कुरान को मानता है.
उन्होंने कहा कि किसी न किसी के पास मानने के लिए कुछ न कुछ है.
शंकराचार्य ने कहा कि आरएसएस के पास कोई ग्रंथ ही नहीं है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के पास ज्ञान-विज्ञान का ज्ञान नहीं है, इसलिए वे कुछ भी बोल देते हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि नक्सली राजनीतिक पार्टियों के ही पाले हुए हैं. सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष दोनों नक्सलवाद से अपना हाथ खींच लें, मैं नक्सलवाद खत्म कर दूंगा.
इससे एक दिन पहले ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था कि ब्राह्मणों द्वारा वर्ण बनाने संबंधी बयान को लेकर शायद मोहन भागवत ने कोई अनुसंधान किया होगा. उनसे पूछना होगा कि ये किस अनुसंधान के फलस्वरुप आपको ये जानकारी मिली है?
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था कि हमलोग तो ये अब तय यही जानते हैं कि चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं. गीता में भगवान ने कहा है कि चातुर्वण्यम मया, मया मतलब मेरे द्वारा. मेरे द्वारा सृजित किए गए हैं.