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अडानी पर राहुल ने मोदी को घेरा

नई दिल्ली | डेस्क: मंगलवार को संसद में राहुल गांधी ने अडानी के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कई सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे. जवाब में भाजपा ने भी राहुल गांधी को घेरा और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.

राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी की दोस्ती पर सवाल उठाते हुए कहा कि अडानी ग्रुप को सरकार ने नाजायज फायदा पहुंचाया है.

राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के समय उन्हें बस एक ही नाम सुनने को मिला है और वो है, ‘अडानी, अडानी, अडानी, अडानी.’

राहुल गांधी ने कहा कि अडानी समूह किसी भी उद्योग में प्रवेश कर लेता है और बिना फेल हुए सफलता भी पा लेता है.

राहुल ने कहा, “अडानी पहले एक दो बिजनेस करते थे लेकिन अब ये आठ-दस सेक्टर में काम करते हैं. इसमें एयरपोर्ट, डेटा सेंटर, सीमेंट, सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, एयरोस्पेस एंड डिफेंस, कंज्यूमर फाइनेंस, रिन्यूएबल, मीडिया और पोर्ट शामिल हैं.”

राहुल ने पूछा, “2014 में अडानी जी का नेट वर्थ आठ बिलियन डॉलर था वो 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे हुआ?”

उन्होंने अडानी समूह को निशाने पर लेते हुए कहा कि “2014 में दुनिया की सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे. पीछे बिल्कुल, पता नहीं, जादू हुआ और दूसरे नंबर पर पहुंच गए.”

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के एक साथ एक प्लेन में बैठी हुई तस्वीर दिखाते हुए कहा-“ये देखिए रिश्ता, ये रिश्ता है.”

उन्होंने कहा कि दोनों के बीच ये रिश्ता तब शुरू हुआ था जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.

राहुल गांधी ने कहा- “जब भारत के ज्यादातर बिजनेस प्रधानमंत्री के खिलाफ थे तब एक आदमी ने प्रधानमंत्री के कंधे से कंधा मिलाकर काम किया और साथ दिया. ये मजाक नहीं है. वे प्रधानमंत्री के वफादार रहे हैं.”

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के कार्यकाल की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वाइबरेंट गुजरात के आइडिया को खड़ा करने में गौतम अडानी ने मदद की और वे उनके साथ खड़े रहे जिसका नतीजा हुआ कि गौतम अडानी का बिजनेस खूब फला फूला.

राहुल ने कहा कि असली जादू तब शुरू होता है जब प्रधानमंत्री जी दिल्ली आते हैं. 2014 में असली जादू शुरू होता है. 2014 में 609 नंबर पर थे और कुछ ही सालों में दूसरे पर आ गए.

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए कि उन्होंने गौतम अडानी की कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों में बदलाव किए.

उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का काम करने के लिए पहले नियम था कि कॉन्ट्रैक्ट उस कंपनी को काम मिलेगा जिसके पास पुराना अनुभव होगा, लेकिन अडानी के मामले में नियम बदले गए और उन्हें छह एयरपोर्ट सौंप दिए गए.

राहुल गांधी ने कहा कि मुंबई एयरपोर्ट पहले जीवीके के पास था लेकिन केंद्र सरकार ने ईडी और सीबीआई जैसे एजेंसियों का इस्तेमाल कर उन पर दबाव बनाया और उस एयरपोर्ट को अडानी के हाथों में कर दिया.

उन्होंने कहा, “आज अडानी जी हिंदुस्तान की 24 प्रतिशत एयर ट्रैफिक और 31 प्रतिशत हवाई माल भाड़े को अपने एयरपोर्ट से निकालते हैं और ये काम हिंदुस्तान की सरकार ने उन्हें करके दिया है.”

राहुल गांधी ने कहा कि अडानी ग्रुप ने ड्रोन बनाने का काम पहले कभी नहीं किया लेकिन आज कर रहे हैं और ये ड्रोन भारतीय सेना इस्तेमाल कर रही है. अडानी छोटे हथियारों से लेकर स्नाइपर राइफल तक बना रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत और इसराइल के बीच डिफेंस का जो रिश्ता है वो पूरा का पूरा अडानी को दे दिया गया है.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि वे जहां जाते हैं उसी देश से अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिलने लगते हैं.

उन्होंने कहा, “पीएम ऑस्ट्रेलिया जाते हैं, और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक बिलियन डॉलर का लोन अडानी जी को ऑफर करता है.”

“बांग्लादेश में मोदी जी की पहली यात्रा में उन्हें बिजली बेचने का फैसला लिया जाता है. कुछ दिन बाद बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड 25 साल का कॉन्ट्रैक्ट अडानी जी के साथ साइन कर देता है. 1500 मेगावाट, बिजली का कॉन्ट्रैक्ट अडानी जी को मिल जाता है.”

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने तत्कालीन श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे पर दबाव डाला था कि विंड प्रोजेक्ट अडानी को दिया जाए.

राहुल ने कहा, “ये भारत की विदेश नीति नहीं है, ये अडानी जी की विदेश नीति है. ये उनके बिजनेस बनाने की नीति है.”

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी ग्रुप की मदद के लिए सरकार ने एलआईसी और एसबीआई का पैसा उनकी कंपनियों में निवेश कराया.

राहुल ने कहा, “एसबीआई के 27 हजार करोड़, पीएनबी के 7 हजार करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा के 5 हजार 500 करोड़” अडानी की कंपनियों में लगाए गए.

उन्होंने कहा, “एलआईसी का एक्सपोजर 36 हजार करोड़ रुपये, तीन करोड़ एसबीआई और दूसरे पीएसयू बैंक होल्डर का पैसा अडानी में जा रहा है.”

राहुल गांधी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि शेल कंपनियां हजारों करोड़ रुपये हिंदुस्तान में भेज रही हैं.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से कई सवाल पूछे. राहुल गांधी ने पूछा-

विदेश यात्रा पर कितनी बार गौतम अडानी प्रधानमंत्री के साथ गए?
गौतम अडानी ने कितनी यात्राओं में पीछे से प्रधानमंत्री को ज्वाइन किया?
प्रधानमंत्री के किसी देश में पहुंचने के तुरंत बाद अडानी वहां पर कितने बार पहुंचे?
कितने ऐसे देश हैं जिन्होंने पीएम की यात्रा के बाद गौतम अडानी को कॉन्ट्रैक्ट दिए हैं?
अडानी ने बीजेपी को पिछले बीस साल में कितने पैसे दिए हैं?
अडानी ने इलेक्टोरल बॉन्ड में कितना पैसा दिया है?

भाजपा का पलटवार

कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “राहुल गांधी बिना तर्क के प्रधानमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं. ऐसे नहीं बोल सकते हैं. अगर आरोप लगा रहे हैं तो आपको तर्क के साथ दस्तावेज भी प्रस्तुत करने पड़ेंगे. सिर्फ आरोप लगाने से काम नहीं चलेगा.”

झारखंड में गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “अगर चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण देखना हो तो कांग्रेस पार्टी से देखना चाहिए.” निशिकांत दुबे ने कहा कि अगस्त 2010 में कांग्रेस सरकार ने अडानी को ऑस्ट्रेलिया में कोयले की खदान का टेंडर दिया.

सदन में उन्होंने भी राहुल गांधी की तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, ओमान चांडी और कमलनाथ के साथ अडानी के संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत, 100 चूहे खाकर हज को चलने वाली बिल्ली की तरह है.

उन्होंने अशोक गहलोत के साथ अडानी की तस्वीर भी लोकसभा में दिखाई.

वहीं भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने मनपसंद के लोगों को 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस दिए और देश को एक लाख 96 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. बोफोर्स में राहुल गांधी के पिता पर खुद आरोप हैं. केस के अभियुक्तों को भगाने का काम किया गया. उन्होंने कहा, “आपके परिवार का इतिहास रहा है भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना.”

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