नेहा पाटिल कांड में ईशान का समर्पण
रायपुर | छत्तीसगढ़ संवाददाता: एनआईटी छात्रा नेहा पाटिल की मौत के दो माह बाद फरार बीआईटी छात्र ईशान महतो ने बुधवार को जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया, जहां से उसे तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है. सरस्वती नगर पुलिस का कहना है कि आरोपी युवक की अब मेडिकल जांच कराई जाएगी. इसके बाद उससे नेहा आत्महत्या मामले को लेकर बारीकी से पूछताछ की जाएगी.
एनआईटी छात्रा नेहा ने दो माह पहले अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी. इसके बाद बीआईटी छात्र ईशान कहीं गायब हो गया था. छात्रा के परिजनों ने मौत के दूसरे दिन आरोप लगाया कि ईशान उसे अक्सर परेशान करता था. उसकी प्रताडऩा से तंग आकर नेहा ने खुदकुशी की है.
पुलिस ने फिर ईशान के खिलाफ नेहा को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में अपराध पंजीबद्ध किया है. सरस्वती नगर टीआई सतीश सिंह का कहना है कि पुलिस आरोपी युवक की तलाश में कोरबा और अन्य जगहों पर गई थी, लेकिन वह नहीं मिला. बुधवार को सुबह अचानक उसने न्यायाधीश उदय लक्ष्मी परमार की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण के बाद उसे तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है. पुलिस अब नेहा के आत्महत्या मामले को लेकर बारीकी से पूछताछ करेगी.
आरोपी युवक ईशान का कहना है कि वह नेहा से बहुत प्यार करता था. दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह पाते थे. सब कुछ ठीक चल रहा था. इसकी जानकारी जब उसके घरवालों को हुई तो दोनों की जिंदगी दिक्कत में फंस गई.
उसके पिता ने पहले उसे अपनी बेटी से बात करने से मना किया. इसके बाद अपनी बेटी को भी उससे बात न करने के लिए दबाव डाला. उन्होंने उसे कसम दे दी कि वह अपने परिवार को चुनें या फिर ईशान को. इसी जाल में फंसकर उसने अपनी जान दे दी.
ईशान ने बताया कि नेहा से उसकी पहली मुलाकात 11 सितंबर 2010 को कोरबा में हुई थी. एक दोस्त के जन्म दिन पार्टी में दोनों पहुंचे थे. उसी दिन से दोनों एक-दूसरे के दोस्त बन गए. इस बीच दोनों के बीच बातचीत चलती रही. दो माह बाद अल्सर का इलाज कराने वह रायपुर आया. उस दिन सिर्फ एक रात में नेहा ने उसे ढाई सौ बार मिस कॉल की. अगले दिन उसकी उससे लंबी बात हुई और दोनों एक-दूसरे के और करीब आ गए.
ईशान ने बताया कि एक अप्रैल 2011 को नेहा का परिवार नागपुर शिफ्ट हो गया. इसके बाद दोनों तय समय पर मोबाइल से संपर्क में रहे. ईशान का कहना है कि इस बीच 12वीं की परीक्षा हुई. नेहा एआईईईई की परीक्षा में पास हुई और उसका चयन एनआईटी रायपुर में हो गया. उसने पीईटी पास करने के बाद बीआईटी रायपुर में दाखिला लिया. इसके बाद दोनों रायपुर में रहकर घूमते-फिरते और मिलते-जुलते रहे.