राष्ट्र

मोदी से केजरीवाल की चाय पे चर्चा

नई दिल्ली | एजेंसी: आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनसे राष्ट्रीय राजधानी को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की. कई सप्ताह तक चले तीखे चुनावी अभियान के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को शानदार जीत मिली. परिणाम सामने आने के बाद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने शपथ-ग्रहण समारोह में आने का न्योता दिया. लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने ‘पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों’ का हवाला देकर इसे विनम्रता से ठुकरा दिया.

केजरीवाल और उनके करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया ने मोदी के साथ करीब 20 मिनट का वक्त गुजारा. दिल्ली की गठित होने वाली सरकार में सिसोदिया संभवत: उपमुख्यमंत्री होंगे.

चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने केजरीवाल को ‘नक्सली’ कहा और कहा कि उन्हें जंगलों में जाना चाहिए. मोदी ने गर्मजोशी से आप नेता का स्वागत किया और उन्हें एक गुलदस्ता थमाया.

उन्होंने केजरीवाल और सिसोदिया से हाथ भी मिलाया.

सिसोदिया ने कहा, “हमने चाय पर चर्चा के दौरान दिल्ली से संबंधित मुद्दे पर बातचीत की. इनमें से एक दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग भी शामिल थी.”

उन्होंने कहा कि मोदी ने इन मुद्दों पर सहयोग देने का वादा किया है और दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार का पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिलाया.

मंगलवार को सामने आए चुनाव परिणाम में आप ने शानदार जीत दर्ज करते हुए दिल्ली विधानसभा की 70 में 67 सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं भाजपा को सिर्फ तीन सीट पर संतोष करना पड़ा.

आप की जीत के बाद मोदी ने केजरीवाल को फोन पर बधाई दी थी और उन्हें चाय पर आमंत्रित किया था. उस दिन भी उन्होंने केजरीवाल को भरोसा दिलाया था कि केंद्र सरकार दिल्ली सरकार को पूरा सहयोग देगी.

सिसोदिया ने मंत्रिमंडल के गठन पर ज्यादा कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा, “अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. अंतिम सूची उप राज्यपाल नजीब जंग को जल्द भेजी जाएगी.”

केजरीवाल और सिसोदिया दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं.

इसी क्रम में उन्होंने बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की.

नायडू के शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत दिल्ली विकास प्राधिकरण, डीडीए और राजधानी की जमीन का बहुत बड़ा हिस्सा है. गृह मंत्रालय के अधीन दिल्ली पुलिस है.

आप नेता ने लोकसभा चुनाव वाराणसी सीट से मोदी के खिलाफ लड़ा था, जहां उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने भाजपा को करारी शिकस्त दी.

गुरुवार को मोदी-केजरीवाल की मुलाकात से दोनों के रिश्तों में उत्पन्न खटास खत्म होने के आसार हैं.

इस बीच, रामलीला मैदान में शनिवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जारी हैं.

इससे पहले 29 दिसंबर, 2013 को भी केजरीवाल ने इसी स्थान पर शपथ ली थी. इस दौरान मैदान में करीब एक लाख लोग मौजूद थे. पार्टी और पुलिस को इस बार यहां बहुत ज्यादा भीड़ जुटने का अनुमान है.

पहले चुनाव में आप ने 28 सीटें जीती थीं और कांग्रेस की मदद से सरकार बनाई थी, लेकिन महज 49 दिन बाद ही तत्कालीन मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया था.

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