छत्तीसगढ़

जंतर-मंतर पर पंचायत कर्मी धरना देंगे

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के पंचायत कर्मी 10 जून से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे. छत्तीसगढ़ पंचायत सहायक सह डाटा एंट्री कर्मचारी संघ ने 7043 ऑपरेटरों की बहाली को लेकर 10 जून से दिल्ली के जंतर-मंतर में अनिश्चिकालीन आंदोलन का निर्णय लिया है.

संघ ने कहा है कि मार्च 2014 में पंचायतों को नेट से जोड़ते हुए 7043 ऑपरेटरों को नियुक्त किया था और 18 माह कार्य में लेने के बाद केंद्र से फंड नहीं मिलने का हवाला देकर सेवामुक्ति का आदेश दे दिया गया.

संघ के प्रदेश अध्यक्ष युगल किशोर आडिल ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “सेवामुक्ति के आदेश के खिलाफ ऑपरेटरों ने 78 दिनों तक हर त्योहार पंडाल में मनाते हुए आंदोलन किया था. उक्त आदेश से बेरोजगार कोरबा के ऑपरेटर सरस्वती बाई कंवर ने तंगहाल जिंदगी देख आत्महत्या कर ली.”

आडिल ने कहा, “दिसंबर 2015 में प्रदेश के पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने संघ के प्रतिनिधि मंडल से मीडिया के सामने 10 दिनों के भीतर रोजगार सहायक भर्ती में प्राथमिकता अनुमोदित 777 ई-पंचायतों में पुराने ऑपरेटरों की भर्ती और शेष पंचायतों में केंद्र सरकार द्वारा जारी राशि से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ऑपरेटरों को नियुक्त करने का आश्वासन दिया था. लेकिन 777 ई-पंचायतों को प्रशासकीय स्वीकृति के बाद भी आज तक ऑपरेटरों को पुन: पंचायतों में रखने संबंधी भर्ती अधिनियम जारी नहीं किया गया है.”

आडिल ने कहा कि सरकार की वादा खिलाफी से नाराज ऑपरेटरों ने अब अपनी बहाली को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर 10 जून से अनिश्चिकालीन आंदोलन का निर्णय लिया है, जिसकी अनुमति दिल्ली पुलिस से ली जा चुकी है.

उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय पंचायत मंत्री और केंद्रीय वित्तमंत्री को ज्ञापन देकर सूचित किया जा चुका है.

आडिल ने कहा कि उनकी लड़ाई अब दिल्ली में चलेगी और समय आने पर छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय विधायकों के निवास के सामने भी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

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