लेमरु हाथी रिज़र्व का बढ़ेगा दायरा
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार लेमरु हाथी रिज़र्व का दायरा और बढ़ा सकती है. तीन दिनों के भीतर तीन हाथियों की मौत के बीच ख़बर है कि अब लेमरु हाथी रिज़र्व का दायरा कम से कम 250 वर्ग किलोमीटर और बढ़ाया जायेगा.
लेमरु हाथी रिजर्व का निर्माण स्पेशल हाई पावर टेक्निकल कमेटी के सुझावों के आधार पर किया गया था. इसी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर, 5 अक्टूबर, 2007 को भारत सरकार ने 1995.48 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में लेमरु हाथी रिजर्व के निर्माण की अनुमति दी थी.
लेकिन दिलचस्प ये है कि राज्य सरकार ने इस रिजर्व में उन इलाकों को ही बाहर कर दिया था, जो हाथियों का स्थाई निवास है. 2011 में बादलखोल और तमोरपिंगला को इसके लिये अधिसूचित किया गया. जिसका क्षेत्रफल 1048.30 था. घने जंगल वाले इलाके कोल ब्लॉक के लिये आवंटित कर दिये गये.
भूपेश बघेल की सरकार में भी लेमरु हाथी रिजर्व का दायरा केवल कोरबा, कठघोरा और धरमजयगढ़ वन मण्डल को शामिल किया गया था.
अब केंदई, प्रेमनगर और उदयपुर को भी हाथी रिज़र्व में शामिल किये जाने की चर्चा है. इसके अलावा हाथी रिजर्व से 10 किलोमीटर के दायरे को इको सेंसेटिव ज़ोन के रुप में अधिसूचित किया जा सकता है.
तस्वीरः आभास जायसवाल