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छत्तीसगढ़ के जंगल में रोज आगजनी के 332 मामले

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के जंगलों में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. अप्रैल के महीने में राज्य में हर दिन आगजनी के औसतन 332 मामले दर्ज किए गए हैं.

मौसम के बदले मिजाज का असर तो है लेकिन पिछले साल नवंबर से अब तक, पूरे देश के जंगलों में आगजनी के मामले में छत्तीसगढ़ तीसरे नंबर पर बना हुआ है.

पिछले सप्ताह भर में भी छत्तीसगढ़ में आगजनी की घटनाएं कम नहीं हुई हैं. राज्य अभी भी तीसरे नंबर पर बना हुआ है.

पिछले साल एक नवंबर से जंगलों में आगजनी की सर्वाधिक घटनाएं ओडिशा में हुई हैं. यहां आज की तारीख तक जंगल के भीतर आगजनी के 20,001 मामले दर्ज किए गए हैं.

देश में दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है, जहां के जंगलों में एक नवंबर से अब तक 19609 आगजनी के मामले सामने आये हैं.

देश में तीसरा क्रम छत्तीसगढ़ का है, जहां 17284 मामले दर्ज किए गये हैं.

नवंबर से मार्च तक तो जंगल में आगजनी की घटनाएं कम हुईं लेकिन हाल के महीनों में इस आंकड़े में तेज़ी आई है.

गरमी की शुरुआत के साथ जंगल धधकने लगे हैं.

अप्रैल से बढ़ती गई आग

पिछले एक सप्ताह में छत्तीसगढ़ के जंगल में आगजनी के मामले कम हुए हैं.

राज्य के अधिकांश वन बहुल इलाकों में समय-समय बारिश होती रही है. इस कारण भी जंगल में आगजनी के मामलों में कमी आई है.

लेकिन अप्रेल के महीने के आंकड़े भयावह हैं.

1 अप्रैल 2024 से 30 अप्रेल तक के आंकड़े बताते हैं कि इन 30 दिनों में आगजनी की 9960 घटनाएं हुई हैं.

इस तरह हर दिन छत्तीसगढ़ के जंगलों में आगजनी के औसतन 332 मामले दर्ज किए गए हैं.

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