राष्ट्र

भाजपा हाई कमांड का डैमेज कंट्रोल

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: दादरी तथा बीफ मसले पर भाजपा हाई कमान ने रविवार को डैमेज कंट्रोल की कवायद की. जिसके तहत बीफ पर विवादित बयान देने वाले नेताओ को बुलाकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने समझाइश दी है. वहीं विपक्ष का कहना है कि यह वास्तव में बिहार चुनाव के मद्देनजर एक दिखावा है. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से विशेषकर दादरी में हुये जन हत्याकांड के बाद बीफ पर आ रहे पार्टी नेताओं के बयान के कारण देश का एक बड़ा वर्ग भाजपा से भयभीत है. एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी विकास के नाम पर बिहार में वोट मांग रहें हैं तो दूसरी तरफ पार्टी के कुछ नेता बीफ पर विवादित बयान दे कर उस पर पानी फेर रहें हैं.

बहरहाल, भाजपा ने इस पर लगाम लगाने के लिये उन पार्टी नेताओं की क्लास ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोमांस पर ऊल-जुलूल बयान देकर पार्टी को शर्मसार करने वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित भारतीय जनता पार्टी के पांच नेताओं के प्रति नाराजगी जताई और उन्हें विवादित बयान देने से बचने को कहा. सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री का यह संदेश यहां पार्टी कार्यालय में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पांचों नेताओं से अलग-अलग मुलाकात कर उन तक पहुंचाया.

मोदी की नाराजगी झेलने वाले चार अन्य नेताओं में केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा व संजीव बालियान, सांसद साक्षी महाराज और उत्तर प्रदेश के विधायक संगीत सोम हैं.

जानकार सूत्रों के अनुसार, शाह ने पांचों नेताओं से कहा कि उन्होंने पिछले माह उत्तर प्रदेश में गोमांस खाने के अफवाह के बाद एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या के संदर्भ में जिस तरह के बयान दिए हैं, उससे मोदी उनसे ‘नाराज’ हैं.

उत्तर प्रदेश के दादरी में भीड़ ने एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला और उसके बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया था.

इस घटना के बाद से ही भाजपा नेता गोमांस को लेकर ऊटपटांग बयान देते आ रहे हैं, जो वारदात को उचित ठहराते प्रतीत होते हैं.

शाह से मुलाकात करने वाले नेताओं ने कहा कि उन्हें किसी तरह की लताड़ नहीं लगी है. सिर्फ पार्टी के मुद्दों पर बात हुई है.

लेकिन, भाजपा के ही एक सूत्र ने कहा कि इन पांचों को कोई चीज एक दूसरे से बांधे हुए थी तो वह है गोमांस और ऐसे ही मुद्दों पर इनके बयान.

अमित शाह से मुलाकात के बाद विधायक संगीत सोम ने संवाददाताओं से केवल इतना कहा, “हमने विचार-विमर्श किया पार्टी मसलों पर.”

साक्षी महाराज ने कहा कि उनसे न तो कोई ‘स्पष्टीकरण’ मांगा गया और न ही उन्होंने दिया. उन्होंने और शाह ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव पर बात की.

हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने एक समाचार-पत्र को दिए साक्षात्कार में यह कहकर पार्टी की और भद्द पिटवा दी थी कि अगर मुसलमान भारत में रहना चाहते हैं, तो उन्हें गोमांस खाना छोड़ना होगा.

खट्टर ने शाह से मुलाकात के बाद कहा कि यह तो पहले से तय थी.

भाजपा के कुछ नेताओं के विवादित बयान उस समय आए हैं जब मोदी बिहार में विकास और एकता के नाम पर लोगों से समर्थन मांग रहे हैं.

विपक्ष को शाह द्वारा अपने पार्टी नेताओं को डांटने में कुछ खास नजर नहीं आया.

कांग्रेस, जनता दलयू और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रवक्ताओं ने शाह की मुलाकात को दिखावा बताया और कहा कि यह भी बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है.

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