आधा यूरोप होगा कोरोना से ग्रस्त
नई दिल्ली | डेस्क: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि आने वाले छह से आठ हफ़्ते में लगभग आधा यूरोप कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की चपेट में आ जाएगा.
ये अनुमान साल 2022 के पहले सप्ताह में पूरे यूरोप में सामने आए क़रीब 70 लाख मामलों पर आधारित है.
बीबीसी के अनुसार महज़ दो सप्ताह के अंतराल में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने से अधिक हो चुके हैं.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. हेंस क्लज का कहना है कि उस क्षेत्र में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पहले से ही मौजूद था और इसी दौरान देखते ही देखते ओमिक्रॉन का ‘कहर शुरू हो गया’.
डॉ. क्लज मे एक न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में कहा, “आज ओमिक्रॉन पश्चिम से लेकर पूर्व तक फैले कहर का प्रतीक बन चुका है. अब ये उन देशों में कहर बनकर बरपा है जो साल 2021 के अंत तक कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से निपटने का प्रयास कर रहे थे.”
उन्होंने कहा कि यूरोप और मध्य एशिया के देश अभी भी बहुत दबाव में है क्योंकि यह वायरस बहुत तेज़ी से फैल रहा है.
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन इतना ख़तरनाक नहीं है जितना की डेल्टा वेरिएंट था.
कुछ अध्ययनों में दावा किया गया है कि इससे पीड़ित मरीज़ों के गंभीर रूप से बीमार पड़ने की आशंका कम है.
लेकिन साथ ही कई ऐसे मामले सामने भी आए हैं जिनमें पूरी तरह से वेक्सीनेटेड होने के बावजूद लोग संक्रमित हुए हैं. ओमिक्रॉन को अत्यधिक संक्रामक भी बताया गया है.