अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपाय
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों में अग्नि से सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करने के कड़े निर्देश जारी किये गये हैं. पड़ोसी राज्य ओडिशा के भुवनेश्वर में एक निजी अस्पताल में दो दिन पहले शॉर्ट सर्किट से लगी आग से 23 मरीजों की मौत हो गई थी.
उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर के उस सम अस्पताल ने साल 2013 में अग्नि सुरक्षा के उपायों का ऑडिट नहीं कराया था. उसके पास कोई मान्य अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र भी नहीं है. इस अस्पताल में न तो 25 हजार लीटर की पानी की टंकी है और न ही आग बुझाने के यंत्र कार्यशील पाये गये.
भुवनेश्वर के अग्निशमन विभाग द्वारा सम अस्पताल के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, “फायर डिटेक्शन सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा, क्योंकि उसे ठीक से जोड़ा नहीं गया. इसलिए आपात हालात में लोगों को सतर्क करने के लिए अलार्म नहीं लगा था.”
प्राथमिकी के मुताबिक, आग लगने की स्थिति में बाहर निकलने के लिए आपात निकास की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण लोगों को बाहर निकलने में परेशानी हुई. मरीजों को खिड़की के शीशे तोड़कर बाहर निकाला गया.
उसके बाद बुधवार को छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सभी जिला कलेक्टरों तथा जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सभी निजी नर्सिंग होम तथा सरकारी अस्पतालों में अग्नि से समुचित सुरक्षा की व्यवस्था की जांच समय-समय पर करते रहें.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अग्नि से बचाव के उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा उन्हें चालू हालत में रखने के निर्देश जारी किये हैं.
सभी निजी तथा सरकारी अस्पतालों में बिजली व्यवस्था को लगातार ठीक-ठाक रखने के भी निर्देश दिये हैं ताकि शॉर्ट सर्किट जैसी दुर्घटना न होने पाये.