कांग्रेस की सरकार बनी तो सारे भ्रष्टाचार उजागर होंगे
रायगढ़। डेस्क: रायगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया रमन सरकार पर जमकर बरसे.उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार सरकार स्थानीय आदिवासियों के हक और अधिकार को छीन रही है, उनका दमन कर रही है.उन्होंने कहा कि अपने सत्ता के दम पर आदिवासियों को कुचल रही है. पुनिया ने कहा कि हाल मे पारित भूमि संशोधन विधेयक इसका ज्वलंत उदाहरण है.
रायगढ़ में पुनिया ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी विरोधी नीति अपना रही है, जिसका कांग्रेस ने पुरजोर विरोध किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में इस समय कांग्रेस की बयार है और कांग्रेस 90 सीटों पर पूरे दमखम के साथ उतरेगी और सरकार बनाएगी.उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच जाकर सरकार की नीतियों का खुलासा करेंगे और बताएंगे कि किस तरह उन्हें छला जा रहा है. जिले मे 18 जनवरी से शुरु हो रही कांग्रेस की चार दिवसीय जन अधिकार पदयात्रा का आगाज करने पंहुचे कांग्रेस प्रभारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य सरकार के कुशासन व भ्रष्टाचार पर खुल कर आरोप लगाये.
पीएल पुनिया ने डा. रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह का नाम लेते हुए कहा कि पनामा लीक के हवाले से वे भी संलग्न हैं. इन सभी भ्रष्टाचार का उजागर कांग्रेस सरकार करेगी.
पुनिया ने जोगी कांग्रेस के सवाल पर कहा कि कोई तीसरी ताकत प्रदेश में नहीं है. वे किसी और पार्टी के बारे में जानते भी नहीं.कहा कि हम केवल कांग्रेस के लिये हैं और पूरी पार्टी केवल कांग्रेस के पक्ष मे कार्य करने हेतु कृतसंकिल्पत है.कांग्रेस से सीएम कैंडिडेट के सवाल पर पुनिया ने दोहराया कि कांग्रेस कभी चेहरे को आगे कर चुनाव नहीं लड़ती, वह पार्टी के आधार पर चुनाव लड़ती है. मुख्यमंत्री का निर्णय चुनाव के बाद बहुमत दल के निर्वाचित विधायकों की सहमति से होगा. विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र हेतु भी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के मार्गदर्शन मे एक कमेटी गठित कर स्थानीय मुद्दों के आकलन के आधार पर कमेटी गठन की प्रकिया शुरु होने की भी जानकारी पीएल पुनिया ने मीडिया को दी.
हर भ्रष्टाचार की होगी जांच– भूपेश
इस मौके पर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल भी जमकर बरसे. उन्होंने झीरम घाटी की बात को फिर से दोहराया और कहा कि इस कांड से जुड़े अहम सबूत हैं, जिन्हें वक्त आने पर सार्वजनिक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग को सरकार टाल रही है. भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश के सबसे बडे नरसंहार के प्रमाण होने के ऐलान के बाद उन्हें जान का भी खतरा पैदा हो गया है. पीसीसी चीफ ने कहा कि बस्तर मे जिन गरीब, निर्दोष आदिवासियों ने सलवा जुडुम मे सरकार का विश्वास कर सहयोग किया वे बेवजह खत्म कर दिये गये. उनमे से किसी एक की जान भी सरकार नहीं बचा सकी। इसलिये उन्हें भी अपनी असुरक्षा की चिंता है.