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गुजरात में फिर दलितों की पिटाई

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: गुजरात में अबकी बार मरी गाय न उठाने पर दलितों की कथित पिटाई का मामला सामने आया है. इन दलितों के साथ एक गर्भवती दलित महिला को भी पीटा गया है. खबरों के अनुसार जब गर्भवती महिला के परिजनों ने मरी हुई गाय को उठाने से इंकार कर दिया तो उन्हें कथित तौर पर पीटा गया. गुजरात पुलिस ने मामला दर्ज कर छः लोगों गिरफ्तार किया है.

गुजरात पुलिस ने आईपीसी तथा एससी-एसटी कानून के तहत मामला दर्ज किया है. घटना शुक्रवार के दिन की गुजरात के बनासकांठा जिले के करजा गांव की है.

जिन लोगों पर मारपीट और गाली देने का आरोप लगा है वे प्रमुख सवर्ण समुदाय के बताये जा रहे हैं. एफआईआर के मुताबिक, शुक्रवार की रात कुछ लोग उस दलित परिवार के घर पहुंचे. उन्होंने एक मरी हुई गाय को उठाकर ले जाने के लिये कहा. पीड़ित परिवार के एक शख्स ने कहा कि वह सुबह आकर गाय को ले जायेगा. इसपर उन लोगों ने दलित के घर के अंदर घुसकर गाली देनी शुरू कर दी और फिर कुछ देर बाद वे लोग मारपीट भी करने लगे.

पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक उन लोगों ने गर्भवती महिला को भी नहीं छोड़ा. शिकायत में कहा गया कि उन लोगों ने गर्भवती महिला के पेट पर लात मारी थी. एफआईआर में लिखवाया गया है, “वे लोग हमारे घर में घुसे और जाति सूचक शब्द कहने लगे. इसके बाद उन लोगों ने हमें लाठियों से पीटा और जान से मारने की धमकी भी दी.”

वहां के पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम लोगों ने एफआईआर दर्ज करके छः आरोपियों को पकड़ लिया है. उन लोगों पर आईपीसी की धारा 315 के साथ-साथ और भी कई धाराएं लगाई गई हैं.”

पुलिस ने बताया कि जख्मी लोगों को गांव के पास ही एक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. उन लोगों को पुलिस की सुरक्षा भी दी गई है. आरोपियों की पहचान नटवर सिंह चौहान, मकनुसिंह चौहान, नरेंद्र सिंह चौहान, योगी सिंह चौहान, बाबर सिंह चौहान और दिलगर सिंह चौहान के रूप में हुई है.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुजरात के ऊना से भी गाय को लेकर हुई मारपीट की घटना सामने आई थी. उसमें भी एक दलित परिवार की पिटाई हुई थी. उन लोगों पर एक मरी हुई गाय की चमड़ी उतारने का आरोप लगा था. उस घटना की एक वीडियो भी सामने आई थी. जाहिर है कि दलितों से उंचे वर्ग के लोग कथित तौर पर अपने मन मुताबिक काम करवाना चाहते हैं, कभी उन्हें मरे हुये गाय की चमड़ी उतारने के कारण पीटा जाता है तो ताजा मामलें में मरी हुई गाय को न उठाने के लिये पीटा गया है.

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