गोरक्षा के नाम पर कोई दबाव नहीं-योगी
नई दिल्ली | डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गोरक्षा के नाम पर कानून हाथ में लेने की छूट किसी को नहीं है. उन्होंने बीबीसी से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की छूट किसी को नहीं है. वैसे भी यूपी में गोहत्या अपराध है इसलिए क़ानून का उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी. क़ानून किसी के दबाव में काम नहीं करेगा और न ही किसी के हाथ का हथियार नहीं बनेगा.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अल्पसंख्यकों समेत सबकी सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी है. उन्होंने ये भी कहा है कि पिछले दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में हर त्योहार शांतिपूर्वक ढंग से मनाया जा रहा है और यहाँ सभी लोगों को अपनी जाति, धर्म या मज़हब का पालन करने की पूरी आज़ादी है.
बुलंदशहर में गौ हत्या के मामले की जांच के दौरान इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में पूछे गये एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर कोई चूक किसी से हुई है तो उसी चूक के लिए वहीं पर जवाबदेही तय की जाएगी. आगे से बुलंदशहर जैसी घटनाएँ दोबारा न हो इसके लिए सख़्त निर्देश दिए जा रहे हैं और जिसने भी क़ानून को अपने हाथ में लिया है, उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई हो रही है.
योगी आदित्यनाथ ने फर्जी मुठभेड़ के आरोपों को लेकर कहा कि हम किसी भी फ़र्ज़ी काम में यक़ीन नहीं रखते. हम लोग जनता की सेवा करने आए हैं और मेरा मानना है कि मेरी सरकार में एक भी एनकाउंटर फ़र्ज़ी नहीं हुआ है. उत्तर प्रदेश पुलिस को सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने के आदेश हैं.
उन्होंने कहा कि अगर कोई पुलिस पर जबरन फ़ायर कर रहा है तो मुझे लगता है आप पुलिस को फ़ायर करने से रोक नहीं सकते.