दिल्ली में धरना पर बैठे पहलवानों को पुलिस ने हटाया
नई दिल्ली | डेस्क: दिल्ली के जंतर मंतर एक महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे महिला पहलवानों को वहां से हटा दिया गया है. इस कार्रवाई के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की चौतरफ़ा आलोचना हो रही है, जिसे लेकर उसने सफ़ाई दी है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशनल सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि जिन लोगों ने बैरिकेड तोड़ कर आगे जाने की कोशिश की है उन्हें रोका गया और यहां से हटाकर दूसरी जगह ले जाया गया है.
उन्होंने कहा कि बाकी क़ानूनी कार्रवाई क्या होगी, क्या उल्लंघन हुआ है, इस बारे में आंकलन कर आगे क़ानून सम्मत कार्रवाई करेंगे.
साक्षी मलिक ने कई तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं जिसमें दिल्ली पुलिस पहलवानों के साथ धक्कामुक्की करती नज़र आ रही है और उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कर रही है.
एक ट्वीट में साक्षी मलिक ने कहा, “पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे. इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा.”
राहुल गांधी ने एक फोटो साझा कर महिला पहलवानों के हाथ पुलिस के बर्ताव की निंदा की है.
प्रियंका गांधी और ममता बनर्जी ने भी दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और उन्हें तत्काल रिहा करने को कहा है.
गौरतलब है कि महिला पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दिल्ली पुलिस इन आरोपों की जांच कर रही है. लेकिन आरोपी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.