सविता खंडेलवाल ने दे दी जान
धमतरी | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में दो आईपीएस अधिकारियों से कथित संबंध का आरोप लगा कर पति द्वारा घर से निकाल दी गई सविता खंडेलवाल ने आज आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार सविता ने जहर खा कर जान दे दी. वे पति द्वारा घर से निकाले जाने के बाद एक मंदिर में रह रही थीं.
पिछले साल अगस्त में धमतरी की नामी कारोबारी घराने से ताल्लुक रखने वाली सविता खंडेलवाल रायपुर में महिला आयोग के सामने धरने पर बैठी थीं. सविता ने आरोप लगाया था कि उनके पति राज्य के दो आईजी पुलिस अधिकारियों के साथ अवैध संबंध का आरोप लगाकर उसे लगातार बदनाम कर रहे हैं और उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है. महिला आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठी सविता ने कहा था कि पहले तो उसके पति और ससुरालवालों ने उसका दो आईपीएस अधिकारियों से अवैध संबंध बताकर उसे घर से बाहर निकाल दिया.
सविता का आरोप था कि तस्वीर और अन्य माध्यमों से भी उसे लगातार बदनाम किया जा रहा है लेकिन पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही. 11 साल के अपने बेटे के साथ धरने पर बैठी सविता खंडेलवाल का कहना था कि उनके पति के रसूख की वजह से ना पुलिस से उन्हें न्याय मिल रहा है और न ही कोर्ट में उनकी दलील कोई बेहतर वकील रख रहा है. एक घर पर कोर्ट ने स्टे भी दिया, बावजूद पुलिस ने ताला तोड़कर उस मकान को पति के हवाले कर दिया।
सविता का कहना था कि कई बार आईजी और एसपी से लेकर कलेक्टर तक के पास वो चक्कर लगा चुकी है लेकिन उनकी बातों को कोई नहीं सुन रहा. उन्होंने महिला आयोग के सामने भी धरना दिया लेकिन महिला आयोग ने यह कह कर कोई भी हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया था कि मामला न्यायालय में है और आयोग ऐसे मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता. इधर इस मामले में दोनों आईजी पुलिस ने भी मामले से अनभिज्ञता जताई थी. इस मामले में महिला के पति अखिलेश खंडेलवाल का कहना था कि सविता से वे चार साल से अलग रह रहे हैं और उन दोनों का 2015 में ही तलाक हो चुका है.