कलारचना

अवार्डस के बिना निराशा होती है: दीपिका

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को अवार्डस के बिना निराशा होती है तथा अवार्डस से उन्हे लगता है कि वह अच्छा काम कर रहीं हैं. बेबाक चिप्पणी करने वाली दीपिका पादुकोण फिल्म ‘कॉकटेल’ को अपने करियर का डर्निंग पाइंट मानती हैं. दीपिका को पिछले साल उनकी फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ और ‘गोलियों की रासलीला-राम लीला’ के लिए कई सारे अवार्ड्स मिले थे. जिससे उनका कंफीडेंस बढ़ा है तथा हाल ही में उन्होंने एक सफल फिल्म दी है.

दीपिका ने बताया, “अवार्ड्स मेरे लिए मायने रखते हैं. पिछले साल मुझे अगर एक भी अवार्ड नहीं मिलता तो बेहद निराशा होती. हम क्या कहते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आखिर में जो कलाकार मंच पर जाकर अवार्ड लेता है, उसे खुशी तो होती ही है.”

उन्होंने कहा, “यह आपकी कड़ी मेहनत की सराहना किए जाने जैसा है. यदि आपको एक भी अवार्ड मिलता है, मतलब आप अच्छा काम कर रहे हैं.”

दीपिका ने साल 2007 में फिल्म ‘ओम शांति ओम’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें लगता है कि 2012 में आई उनकी फिल्म ‘कॉकटेल’ उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई.

दीपिका ने कहा, “मेरी कुछ फिल्में नहीं चली, तो मैं बुरे दौर से भी गुजरी और मैंने समय का सही सदुपयोग किया, अपनी गलतियों को पहचाना. आत्मबल खो देने के बजाय मैंने अपने में सुधार किया. ‘कॉकटेल’ मेरे करियर का टर्निग प्वाइंट रही.”

दीपिका की फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ शुक्रवार को प्रदर्शित हुई है, जिसमें उन्होंने एक नृत्यांगना की भूमिका निभाई है. इस फिल्म ने पहले ही दिन से बाक्स ऑफिस में सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. जाहिर है कि दीपिका पादपकोण को इस फिल्म में भी ढ़ेर सारे अवार्डस मिलने वाले हैं.

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