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W Bengal: तेज गर्मी में भी 80% मतदान

कोलकाता | समाचार डेस्क: पश्चिम बंगाल में रविवार को तेज गर्मी के बावजूद भारी मतदान हुआ. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में रविवार को छिटपुट हिंसक घटनाओं और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोपों के बीच 56 विधानसभा क्षेत्रों में 80 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा, “शाम 5 बजे तक, मतदान का कुल प्रतिशत 79.90 फीसदी दर्ज किया गया.”

मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ. तेज गर्मी और उमस के बावजूद मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं.

दूसरे चरण में कुल 1.22 करोड़ मतदाताओं में से 80 फीसदी ने अपना मताधिकार का इस्तेमाल करते हुए 383 उम्मीदवारों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद कर दी. इनमें 33 महिला उम्मीदवार हैं. मतदान 13,645 मतदान केंद्रों पर हुआ.

इस चरण में अलीपुरद्वार जिले में पांच, जलपाईगुड़ी में सात, उत्तरी दिनाजपुर में नौ, दार्जिलिंग व दक्षिणी दिनाजपुर में छह-छह और मालदा में 12 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मत डाले गए.

दक्षिण बंगाल के एक मात्र बीरभूम जिले के 11 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में भी इसी चरण में मतदान हुआ. इनमें सात विधानसभा क्षेत्रों-दुबराजपुर, सूरी, नलहाटी, रामपुरहाट, सेथिया, हनसान और मुराराय नक्सल प्रभावित क्षेत्र में रखे गए थे.

इन सातों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान अन्य क्षेत्रों के लिए निर्धारित समय से दो घंटे पहले, शाम चार बजे खत्म हो गया.

बाकी के 45 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान खत्म होने के औपचारिक समय शाम छह बजे भी मतदान केंद्र परिसर में लंबी लाइन देखी गईं.

एक अधिकारी ने बताया, “शाम 5 बजे तक अलीपुरद्वार में 82.07 फीसदी, जलपाईगुड़ी में 77.69 फीसदी, दार्जिलिंग में 74 फीसदी, उत्तरी दिनाजपुर में 78.90 फीसदी, दक्षिणी दिनाजपुर में 82.72 फीसदी, मालदा में 79.60 फीसदी और बीरभूम में 82.89 फीसदी मतदान हुआ.”

उन्होंने बताया कि अलीपुरद्वार जिले में गोपी चक्रवर्ती नाम के एक रिजर्व चुनाव अधिकारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.

मालदा के इंगलिश बाजार में मतदान अधिकारी की उपस्थिति में फर्जी मतदान होने का आरोप लगाया गया. माकपा की ओर से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद अधिकारी को हटा दिया गया.

बीरभूम जिले के बोलपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित दुमरुत में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.

बताया जा रहा है कि जिले के रामपुरहाट में बिजली उपलब्ध कराने में सरकार की विफलता के विरोध में कुछ स्थानीय निवासियों ने मतदान का बहिष्कार किया.

मयूरेश्वर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहीं अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी ने कहा कि उनके क्षेत्र में मतदान केंद्र के अंदर केंद्रीय बलों के जवानों के साथ पुलिसकर्मी भी देखे गए. उन्होंने भी धांधली का आरोप लगाया.

बताया गया कि मालदा में मतदान केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस और माकपा कार्यकर्तओं के बीच झड़प हुई जिसमें दो लोग घायल हो गए.

इस बीच, चुनाव आयोग की कड़ी निगरानी के बावजूद तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिले के प्रमुख अनुब्रत मंडल ने अपनी शर्ट पर पार्टी का चुनाव चिन्ह लगाकर मतदान केंद्र में प्रवेश किया और अपना वोट डाला. इसके बाद एक नया विवाद शुरू हो गया.

चुनाव आयोग ने इस मामले में रपट मांगी है. मंडल ने शर्ट पर पार्टी का चुनाव चिह्न् लगाकर मतदान केंद्र में प्रवेश को चूक बताते हुए दोष मतदान अधिकारी पर ही डाल दिया. लेकिन, खेद प्रकट करने से इनकार कर दिया.

विपक्षी नेताओं के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए मंडल को नोटिस जारी करने के अलावा मतदान प्रक्रिया समाप्त होने तक चुनाव आयोग ने उन पर लगातार नजर रखी. केंद्रीय बलों और स्थानीय मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मंडल की गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी की गई.

पिछली बार, यानी वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में इन 56 विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल और उसके तत्कालीन सहयोगी कांग्रेस को 18-18 सीटें मिलीं थीं, जबकि वाम मोर्चा को 15 सीटों से संतोष करना पड़ा था. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के तीन और दो निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव जीते थे.

दार्जिलिंग जिले के सिलिगुड़ी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान व तृणमूल के उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया, राज्य के पूर्व मंत्री एवं मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दिग्गज नेता अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

पश्चिम बंगाल में छह चरणों में मतदान होना है. बाकी चरणों में मतदान 21, 25, 30 अप्रैल और पांच मई को होगा.

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