छत्तीसगढ़ की दशा संवारने वाला बजट-साय
रायपुर | संवाददाता : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ का वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट आने वाले कई वर्षों तक छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा और दशा संवारने वाला बजट है. इधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बजट के प्रावधान गवाही दे रहे हैं कि मोदी की गारंटी भाजपा सरकार को भारी पड़ रही है.
शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह बजट प्रदेश का राजस्व बढ़ाने वाला बजट है. इस बजट में कर का कोई नया प्रस्ताव नहीं है, न ही मौजूदा करों की दरों में वृद्धि का कोई प्रस्ताव है.
उन्होंने कहा कि यह बजट सभी वर्गों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने वाला और विकसित छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने वाला बजट है. अमृतकाल का छत्तीसगढ़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लक्ष्य को हासिल करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में हमारा फोकस GYAN यानि गरीब, युवा, अन्नदाता किसान और नारी सशक्तिकरण पर केन्द्रित है. बजट में सभी वर्गों की चिन्ता की गई है. यह बजट हमारी सरकार का विजन डॉक्युमेंट भी है, जो छत्तीसगढ़ के चौमुखी विकास की परिकल्पना को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास आने वाले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को दोगुना करने का होगा.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट केवल पैसे का लेखा-जोखा नहीं, अपितु छत्तीसगढ़ के भविष्य की उन्नति की आधारशीला है. इस बजट में कोई नया कर प्रावधान नहीं किया गया है, न ही किसी कर की दर में वृद्धि का प्रस्ताव है. इसके बावजूद बजट के आकार में बढ़ोत्तरी हुई है.
उन्होंने कहा कि बजट के माध्यम से टेक्नालॉजी के उपयोग को बढ़ावा देने का प्रावधान किया गया है. यह बजट सामाजिक-आर्थिक विकास के हर आयाम को छूने वाला और मोदी जी के गांरटी को पूरा करने वाला बजट है.
भूपेश ने कहा-मोदी की गारंटी का बोझ
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा-एक कहावत है, “करे कोई भरे कोई”. यह कहावत आज के छत्तीसगढ़ के बजट पर लागू होती है.
भूपेश बघेल ने लिखा कि चुनाव में गारंटी देकर गए मोदी जी. अब मोदी जी की गारंटी का बोझ इतना है कि छत्तीसगढ़ जैसा छोटा राज्य सह नहीं पा रहा है. बजट के प्रावधान गवाही दे रहे हैं कि मोदी की गारंटी भाजपा सरकार को भारी पड़ रही है. इसकी वजह से बेचारे वित्तमंत्री राज्य के लिए नया कुछ कर ही नहीं पाए.
पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने बजट का आकार तो बढ़ा लिया है और राजस्व आधिक्य की बात कर रहे हैं. ये ख़याली पुलाव की तरह ही दिखता है.राज्य में जारी कांग्रेस सरकार की योजनाओं को नया नाम देकर नई योजनाओं की तरह पेश करने की दुर्भाग्यजनक घोषणाएं की गई हैं. ठीक वैसा ही जैसा मोदी जी ने केंद्र में किया था.
भूपेश बघेल ने लिखा कि बहुत परिश्रम से हमने “नवा छत्तीसगढ़” गढ़ने का रास्ता बनाया था. भाजपा के बजट ने उसे बेपटरी कर दिया है और राज्य को फिर से उसी 15 साल वाले दुर्दिनों की ओर ले जाने की तैयारी कर ली है. भाजपा से इससे अधिक की उम्मीद करनी भी नहीं चाहिए.