इस ‘गधे’ पर गर्म राजनीति
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: इन दिनों गुजरात के गधे को लेकर राजनीति हो रही है. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में नये-नये जुमले गढ़े जा रहें हैं. विकास से श्मशान तक की बात हो रही है. इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुजरात के गधे पर बयान देकर माहौल गर्म कर दिया है. इस गधे को स्थानीय भाषा में गुड़खर कहा जाता है. अखिलेश यादव द्वारा गुजरात के गधे का उल्लेख करने के बाद उसके बारे में लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है. लोग अब गुजरात के गधे के बारें में जानना चाहते हैं.
बता दें कि अखिलेश यादव ने सोमवार को एक रैली में कहा था, ”एक गधे का विज्ञापना आता है, मैं इस सदी के सबसे बड़े महानायक से कहूंगा कि अब आप गुजरात के गधों का प्रचार मत करिये…अब बताइये गधों का भी विज्ञापन होने लगा है, अंदाज़ा लगा लीजिये कि देश किस दिशा में जा रहा है.”
दरअसल, गुजरात पर्यटन के एक विज्ञापन में सदी के महानायक गुजरात के जंगली गधे के बारे में कहते हैं- ”अगली बार कोई आपको गधा कहे, तो बिलकुल बुरा मत मानियेगा. ये गुजरात का सरताज है. महीनों हो गये नहाये हुये, लेकिन एकदम नीट एंड क्लीन. ये शहरों का गधा नहीं, जो खड़ा हुआ कुछ सोचता रहता है. ये 70 किलोमीटर की रफ़्तार से भागता है. ऐसा गधा, जो गधों का नाम रोशन कर रहा है. और यहां ऐसे 4500 हैं…तो गधा कोई गाली नहीं, तारीफ़ की थाली है.”
Gujarat – Wild Ass Sanctuary
अहमदाबाद ज़ू के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार साहू ने बीबीसी से बातचीत में कहा, ”ये जानवर सिर्फ़ कच्छ में पाया जाता है. ये ख़ास है क्योंकि बेहद मज़बूत जानवर है. इसमें गज़ब की वाइल्डरनेस है. कच्छ खारा रेगिस्तान है, इसके बावजूद ये इतना ताक़तवर जानवर है.”
वो बताते हैं, ”एक ख़ास तरह की घास होती है, जो वो खाता है. इसी से उसे ज़रूरी मिनरल-विटामिन मिलते हैं. उसकी हडि्डयां, मांसपेशियां काफ़ी मज़बूत होती हैं और उछलने की क्षमता गज़ब की.”
गौरतलब है कि यह जंगली गधा कंधे पर क़रीब एक मीटर ऊंचा और दो मीटर लंबा होता है. 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से भागने की क्षमता रखता है, जो ख़ासियत घोड़े में पाई जाती है.
घुड़खर अभयारण्य (Indian Wild Ass Sanctuary) गुजरात के लघु कच्छ रण में स्थित है. यह 4954 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और भारत का सबसे बड़ा अभयारण्य है. यह ‘खर’, ‘गधेरा’ या ‘घुड़खर’ (जंगली गधा) के लिये प्रसिद्ध है.
अब जरा आप सोचिये कि इतनी खूबियों वाले गधे को जब मालूम चलेगा कि राजनीति करने वाले उसका मजाक उड़ा रहें हैं तो उस पर क्या गुजरेगी?