UN: आतंकी हमले निंदनीय
संयुक्त राष्ट्र | एजेंसी: यूएन महासचिव बान की-मून ने ट्यूनीशिया, कुवैत और फ्रांस में हुए आतंकवादी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुये न्याय के कटघरें में खड़ा करनी बात कही है. शुक्रवार को हुए कई हमलों में फ्रांस में एक गैस फैक्टरी में एक व्यक्ति का सिर कलम कर दिया गया, कुवैत में एक शिया मस्जिद में कम से कम 27 लोग मारे गए, और ट्यूनीशिया के एक रिसोर्ट में एक बंदूकधारी ने 39 लोगों को मौत के घाट उतार दिया.
शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया है कि बान ने कड़े शब्दों में हमलों की निंदा की है और कहा है कि जो लोग हिंसा के इस घृणित कृत्य में शामिल हैं, उन्हें तत्काल न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए.
बान ने अपने बयान में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के संकल्प को इस तरह के जघन्य हमले कमजोर नहीं कर पाएंगे, बल्कि उन लोगों को परास्त करने में संयुक्त राष्ट्र की मदद करेंगे, जो हत्या, तबाही और मानव विकास एवं संस्कृति के विनाश में जुटे हुए हैं.
बान और सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार के इन हमलों में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है और ट्यूनीशिया, कुवैत और फ्रांस की जनता तथा सरकारों के साथ एकजुटता प्रकट की है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम कुटेसा ने भी हमलों की निंदा करते हुए कहा, “शुक्रवार दुनियाभर में हुए आतंकवादी हमले एक बार फिर हिंसक चरमवाद और असहिष्णुता का मुकाबला करने के लिए सदस्य देशों के संकल्प को जारी रखने की जरूरत को सत्यापित करते हैं.”
संयुक्त राष्ट्र के अलायंस ऑफ सिविलाइजेशंस के उच्चप्रतिनिधि नासिर अब्दुलअजीज अल-नासिर ने भी इन हमलों की निंदा की है.
अल-नासिर ने एक बयान में कहा कि इस तरह के जघन्य कृत्य और बेगुनाहों को निशाना बना रहे अन्य सभी हमले आपराधिक और अनुचित हैं तथा दोषियों को हर हाल में न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए.
अल-नासिर ने कहा, “इस तरह के अपराध केवल अधिक घृणा और हिंसा को ही बढ़ाएंगे, और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करेंगे.”
संयुक्त राष्ट्र के अलावा इन हमलों की पूरी दुनिया में निंदा हुई है.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ट्वीट किया, “ट्यूनीशिया, फ्रांस और कुवैत में हुए हमलों से मैं चकित हूं. हमारा देश आतंकवाद से मुकाबले के लिए एकजुट है.”
ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति बेजी कैड एसेबसी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा, “एक बार फिर कायर और दगाबाज हाथों ने ट्यूनीशिया पर हमला किया है. देश की सुरक्षा और इसके बच्चों व पर्यटकों को निशाना बनाया है. कोई देश आतंकवाद से सुरक्षित नहीं है, और हमें सभी लोकतांत्रिक देशों की एक वैश्विक रणनीति की आवश्यकता है.”
व्हाइट हाउस ने भी अन्य देशों के साथ इन हमलों की निंदा की है.