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सीरिया संकट पर प्रस्ताव पारित

संयुक्त राष्ट्र | एजेंसी: संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद में मतदान के पश्चात सीरिया में रासायनिक हथियारों को 2014 के मध्य तक नष्ट किये जाने का प्रस्ताव स्वीकृत कर लिया गया है. इस प्रस्ताव में रासायनिक हथियारों की निंदा तो की गई है पर सीरिया पर कोई

आरोप नही लगाया गया है. अब रासायनिक हथियारों की निगरानी करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था ऑर्गेनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वेपन सीरिया में मौजूद हथियारों के भंडार को नष्ट करेगी.

इस प्रस्ताव में कानूनी रूप से बाध्यकारी दो मांगें की गई हैं. प्रस्ताव के अनुसार, “सुरक्षा परिषद ने इस बात का फैसला किया है कि सीरिया रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल, उनका विकास, उत्पादन, अर्जन नहीं करेगा और इसका भंडार न तो जमा करेगा और न ही

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इन्हें किसी देश और किसी विद्रोही संगठन को उपलब्ध कराएगा.”

इसके अतिरिक्त सुरक्षा परिषद ने सीरिया में किसी भी पक्ष द्वारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल, उनका विकास, उत्पादन, अर्जन न किए जाने न ही इसका भंडार रखे जाने पर भी जोर दिया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा है कि “सीरिया के संबंध में लंबे

समय बाद यह ऐतिहासिक प्रस्ताव पहली एक उम्मीद भरी खबर है. कई महीने से मैं सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि होने पर ठोस और संयुक्त प्रतिक्रिया देने की बात कह रहा हूं. आज की रात अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी ने इसे पेश किया है.”

संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि सीरिया सरकार और विपक्ष को संकट के जल्द समाधान के लिए बातचीत की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, जहां मार्च में शुरू हुई हिंसा से अब तक कथित रूप से

एक लाख लोग मारे जा चुके हैं.

नवाज ने कहा, “सीरिया संकट में है, एक नागरिक दूसरे नागरिक को मार रहे हैं. हम सीरिया की सरकार और विपक्षी समूह से राष्ट्रीय एकता और आवश्यक राजनीतिक बदलाव की रूपरेखा तैयार करने के लिए जेनेवा में बातचीत के मंच पर आने की अपील करते हैं.”

रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर नवाज ने कहा, “रासायनिक हथियार संकल्प से एक पक्षकार के रूप में जुड़े होने के नाते पाकिस्तान ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का हमेशा विरोध किया है.”

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