ट्रंप परमाणु हथियार बढ़ाने के पक्षधर
नई दिल्ली | संवाददाता: क्या डोनाल्ड ट्रंप के जनवरी माह में राष्ट्रपति बनने के बाद परमाणु हथियारों की दौड़ फिर से शुरु होने जा रही है. क्या दुनिया फिर से शीत युद्ध के दौर के समान इन हथियारों के पीछे भारी-भरकम खर्च करने लगेगा. राजनीति के जानकारों के मध्य यह धारणा अब बलवती होती जा रही है कि ऐसा हो सकता है. ट्रंप की नीतियां युद्धों की संभावना तथा तनाव को बढ़ायेगी ऐसा माना जा रहा है. ट्रंप के दौर में अमरीका का रूस तथा चीन से कई मुद्दों पर टकराव हो सकता है इसकी झलक अभी से दिखाई दे रही है.
उस पर उनके हालिया ट्वीट् ने माथे पर बल पैदा कर दिया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि अमरीका को अपने परमाणु हथियारों के जखीरें को और मजबूत करके उसका विस्तार करना चाहिये.
The United States must greatly strengthen and expand its nuclear capability until such time as the world comes to its senses regarding nukes
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) 22 दिसंबर 2016
बता दें कि ट्रंप के बयान से पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बयान आया था जिसमें कहा गया था रूस को अफनी सैन्य परमाणु क्षमता बढ़ाने की जरूरत है.
गौरतलब है कि वर्तमान में रूस के पास परमाणु हथियार अमरीका से ज्यादा हैं. यूएस आर्म्स कंट्रोल एसो सियेशन के अनुसार अमरीका के पास 7,100 तथा रूस के पास 7,300 परमाणु हथियार है.