कलारचना

आजकल के गाने के अल्फाज बेतुके: बप्पी

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: ‘डिस्को किंग’ के नाम से प्रसिद्ध रहे संगीतकार-गायक बप्पी लाहिड़ी को उन दिनों के गाने अच्छे लगते हैं जब गानों के बोल अच्छे हुआ करते थे. बप्पी लाहिड़ी का कहना है कि व्यक्ति को गाने के बोल पर ध्यान देना चाहिये न कि द्विअर्थी बोल पर. गाने तथा संगीत देने के अलावा अपने पहनावे से खासकर सोने के प्रति लगाव ने उन्हें बॉलीवुड में अलग पहचान दी है. एक जमाना था जब बप्पी लाहिड़ी के संगीत के बल पर सिनेमा देखने लोग जाया करते थे. बप्पी लाहिड़ी जिस खूबी से डिस्को के संगीत दिया करते थे उसी खूबी से सादगी बऱे गानों को भी संगीत दिया करते थे. उसी बप्पी लाहिड़ी का कहना है कि आजकल के गीत बेसिर-पैर के और बेतुके होते हैं. आगामी हास्य फिल्म ‘हंटर’ में ‘हंटर 303’ गाना गाने वाले बप्पी ने कहा, “आजकल के गानों का कोई मतलब नहीं है. यह बहुत निराशाजनक है. ‘चार बोतल वोडका’ जैसे गाने सुने हैं. ये सारे अल्फाज बहुत बेतुके हैं. व्यक्ति को गीत के बोल पर ध्यान देना होगा.”

बप्पी ने कहा, “पुराने गाने के बोलों के बारे में सोचिए. लोगों को आज भी वो गाने याद हैं. आजकल के गीतों का कोई मतलब नहीं है. बोल द्विअर्थी हैं, लेकिन कहते हैं कि युवा पीढ़ी इन्हें पसंद करती है.”

चार दशकों से अधिक समय से बॉलीवुड में सक्रिय बप्पी कहते हैं कि वह आगे भी काम जारी रखना चाहते हैं.

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