छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए सिनेमाघर हो
रायपुर | समाचार डेस्क: दक्षिण के फिल्मकार रामाकृष्ण रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की फिल्मों के लिये अलग से सिनेमाघर होने चाहिये. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु एवं तेलंगाना की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तथा जिला मुख्यालयों में छोटे सिनेमाघऱ होने चाहिये. दक्षिण फिल्म उद्योग के निर्माता निर्देशक बी. रामाकृष्ण रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार यहां फिल्म स्टुडियो का निर्माण करे और छत्तीसगढ़ी फिल्में तकनीकी विकास करे तो लोगों को अच्छा मनोरंजन मिलेगा.
रेड्डी की हाल ही में प्रदर्शित तेलुगू फिल्म ‘दृश्यम काव्यम’ सुपरहिट हुई है. रेड्डी ने शनिवार को यहां कहा, “सिनेमा में आज स्टोरी हीरो है. इसलिए फिल्म बनाने से पहले पेपर वर्क बहुत ज्यादा करना चाहिए. छत्तीसगढ़ी फिल्मों को तकनीकी रूप से बेहतर बनाने के लिए वे स्वयं के खर्च पर तीन दिन का वर्कशॉप लगाने लिए तैयार हैं.” रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए सिनेमाघर होना चाहिए. तमिलनाडु में जयललिता सरकार ने सौ सीटर थियेटर की श्रृंखला शुरू की है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने भी एक हजार स्मॉल थियेटर बनाने की घोषणा की है. छत्तीसगढ़ सरकार भी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, डिस्ट्रिक प्लेस के पास मिनी थियेटर निर्माण करे तो विकास होगा.
दक्षिण के अभिनेता जी. राम कार्तिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ी फिल्मों में स्पीड है, स्कोप है. जी. कार्तिक की पहली फिल्म ‘इट्स माय लाइफ’ थी और दूसरी ‘दृश्यम काव्यम’. वे बाहुबली फेम एस.एस. राजमौली के कजिन एस.एस. कांची की फिल्म में नकारात्मक भूमिका कर रहे हैं. जी. कार्तिक ने इट्स माय लाइफ में कॉलेज बॉय, दृश्यम काव्यम में फैमिली बॉय और अब ग्रे शेड हीरो का अभिनय कर रहे हैं.
दोनों कलाकार को आंध्रा एसोसिएशन ने डॉ. ए. नागेश्वर राव अक्कीनैनी सम्मान समारोह के लिए आमंत्रित किया है.