नक्सलियों से बातचीत के रास्ते खुले हैं-रमन
दंतेवाड़ा | संवाददाता : रमन सिंह ने कहा है कि नक्सलियों से बातचीत के रास्ते खुले हैं. मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि बातचीत के रास्ते अभी खुले हुये हैं. नक्सली आगे आयें तो बात बने. बुधवार को गीदम के मड़से गांव में पहुंचे रमन सिंह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ सरकार ने सख्ती बरतने का निर्णय लिया है और इसके तहत हर संभव कार्रवाई होगी.
जिला प्रशासन के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री रमन सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कोष के लिए अपने एक दिन के वेतन से और जनप्रतिनिधियों के अंशदान से एकत्रित पांच लाख 51 हजार रूपए का चेक भेंट किया. मुख्यमंत्री ने देशभक्ति की भावना के साथ की गई इस नई पहल के लिए सभी अधिकारियों-कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को बधाई दी.
इधर कोंडागांव में अबूझमाड़ के सर्वेक्षण को लेकर आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजस्व सर्वेक्षण की तारीफ करते हुए कहा कि इससे वहां के ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य और भी बेहतर ढंग से हो सकेगा. उन्होंने सर्वेक्षण में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा- उन्हें भयमुक्त होकर अपनी ड्यूटी करते रहना चाहिए. शासन और प्रशासन उनके साथ है. पूरी सुरक्षा मिलेगी.
अबूझमाड़ के राजस्व सर्वेक्षण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा-राज्य सरकार ने देश की आजादी के लगभग छह दशक बाद पहली बार वर्ष 2009 में यह सर्वेक्षण कुछ गांवों में शुरू करवाया था, लेकिन 2011 में सुरक्षा कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था. अब अक्टूबर 2016 से आईआईटी रूड़की के सहयोग से भौगोलिक सूचना प्रणाली और दूरसंवेदी भू-उपग्रह के जरिए यह कार्य फिर शुरू किया गया है. उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि अब तक पांच गांवों में सर्वेक्षण हो चुका है.
उन्होंने अबूझमाड़ इलाके के सड़क नेटवर्क के विस्तार के लिए नारायणपुर से पल्ली होते हुए बारसूर, छोटेडोंगर से ओरछा और नारायणपुर से सोनपुर होते हुए मरोड़ा तक सड़क निर्माण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग द्वारा तीनों जिलों में सड़क सुविधाओं के विस्तार के लिए समन्वय के साथ किए जा रहे प्रयासों की तारीफ की.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-30 में पुल-पुलियों के निर्माण में तेजी लाकर काम मानसून से पहले अर्थात 15 जून तक पूर्ण कर लिया जाए. डॉ. सिंह ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की.
रमन सिंह ने कहा-तीनों जिलों में छोटे-बड़े बरसाती नदी-नाले काफी संख्या में है. इसे देखते हुए उनके किनारे के गांवों के किसानों को सौर सुजला योजना के तहत अधिक से अधिक संख्या में सोलर सिंचाई पम्प स्वीकृत किए जाएं, ताकि वे साल भर हर मौसम में किसी न किसी फसल की खेती कर सकें. डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना में हितग्राहियों को रसोई गैस सिलेण्डर समय पर मिल सके. इसके लिए अंदरूनी क्षेत्रों के प्रमुख गांवों में वितरक नियुक्ति के लिए कार्रवाई जल्द पूर्ण की जाए.