सौतेली मां ने बच्चे की सुपारी दी
बिलासपुर | एजेंसी: बेमेतरा में खेत पर बेहोश मिले बच्चे को उसकी सौतेली मां ही मरवाना चाहती थी, इसके लिए उसने बाकायदा अपने चाचा को सुपारी दे रखी थी.
तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले नौ साल के तुषार सिंह ठाकुर को बिलासपुर से अगवा कर हत्या करने की साजिश का पदार्फाश हो गया है. पुलिस ने हत्या की कोशिश में शामिल उसकी सौतेली मां देववती और मां के चाचा राजा उर्फ नाना को रविवार को हिरासत में ले लिया.
पुलिस के मुताबिक, राजा शुक्रवार को बच्चे को लेकर बेमेतरा जिले के ग्राम अंधियारखोर आ गया और खेत में बच्चे का गला घोंट दिया. बेहोश तुषार को मरा समझकर राजा वहां से भाग निकला. शनिवार सुबह गांव के लोगों को यह बच्चा मिला. होश आने पर बच्चे ने जब बयान दिया तब सारी गुत्थी सुलझ गई.
ज्ञात हो कि बिलासपुर शहर के सरकंडा इलाके में रहने वाला तुषार 23 जनवरी से लापता था. अंधियारखोर गांव में रहने वाले किसान मनीराम साहू ने रविवार सुबह सबसे पहले तुषार को देखा. वह खेत में सिंचाई करने जा रहा था. अन्य ग्रामीणों के साथ उसने बच्चे को एंबुलेंस में बेमेतरा के सरकारी अस्पताल भेजा.
अस्पताल में ही तुषार ने पुलिस और बेमेतरा के नायब तहसीलदार को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. सूचना मिलते ही बिलासपुर पुलिस ने देववती और नवागढ़ में रहने वाले उसके रिश्तेदार राजा को हिरासत में ले लिया.
तुषार बिलासपुर के अंकित विद्यालय में तीसरी कक्षा में पढ़ता है. बच्चे ने बताया कि 23 जनवरी को सुबह 8 बजे वह रोज की तरह स्कूल जाने के लिए निकला था. रास्ते में मिले राजा उर्फ नाना ने चाकलेट खिलाने का लालच देकर उसे अगवा कर लिया.
आरोपी बच्चे को टैक्सी में लेकर घूमता रहा. उसने नशीला पदार्थ खिलाकर बच्चे को निर्ममता से पीटा और टाई से गला घोंटने की कोशिश की. सांस रुक जाने से तुषार बेहोश हो गया. उसे होश आया, तो वह खेत में पड़ा हुआ था. तुषार के पिता महेश ने सरकंडा थाने में बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
बिलासपुर के सरकंडा थाने के अनुसार, बच्चे की सौतेली मां देववती ने तुषार को रास्ते से हटाने के लिए अपने चाचा को सुपारी दी थी. देववती का पड़ोस में रहने वाले एक युवक से रिश्ते बन गए थे, जिसका पता बच्चे को चल गया था.
बच्चा उसे मां कहकर नहीं बुलाता था, यह बात भी देववती को खलती थी. आरोपी राजा एड्स का मरीज है. उसके इलाज का पूरा खर्च देने का भरोसा दिलाकर देववती ने उसे बच्चे की हत्या के लिए तैयार किया.
बेमेतरा सरकारी अस्पताल में तुषार का उपचार कर रही चिकित्सक डॉ. निधि मेश्राम ने बताया कि बच्चे की हालत स्थिर है. उसके पूरे शरीर में गंभीर चोट है. गला, कान व एक आंख पर भी चोट लगी हुई है. आंख जख्मों की वजह से बंद हो गई है. पेट व पीठ पर भी खरोंच के निशान हैं और कान से खून बह रहा है.
उन्होंने बताया कि बच्चे को कुछ नशीला पदार्थ खिलाकर पिटाई की गई है. अभी प्राथमिक उपचार किया जा रहा है. अंदरूनी चोट काफी है, इसलिए सिटी स्कैन के लिए उसे मेकाहारा भेजा गया है.