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स्नैपचैट से नाराजगी और स्नैपडील पर गुस्सा

नई दिल्ली | संवाददाता: स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल का भारत को गरीब देश कहे जाने का खामियाजा स्नैपचैट को तो भुगतना ही पड़ा है,इसके अलावा स्नैपडिल भी मुश्किल में आ गई है.

स्नैपचैट के खिलाफ नाराजगी जताने के लिये भारी संख्या में भारतीय स्नैपचैट यूजर ने स्नैपचैट को बाय-बाय कर दिया है. लेकिन राष्ट्र के प्रति प्रेम जताने की कोशिश में बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जिनके सेलफोन पर स्नैपचैट के बजाये स्नैपडील लोड था, उसे भी लोगों ने हटा दिया है.

भारतीयों के इस कदम से स्नैपडील की रेटिंग भी प्रभावित हुई है.

गौरतलब है कि एक वेबसाइट वैराइटी ने स्नैपचैट के एक पूर्व कर्मचारी के हवाले से दावा किया था कि स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल ने सितंबर 2015 में कंपनी की एक बैठक के दौरान कहा था कि स्नैपचैट केवल अमीरों के लिए है और मैं इसका व्यापार भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में नहीं फैलाना चाहता.

इस बयान की विश्वसनीयता संदिग्ध थी लेकिन लोगों ने आनन-फानन में सीईओ को लेकर वेबसाइट के दावे पर भरोसा कर लिया और स्नैपचैट की आलोचना शुरु कर दी. बड़ी संख्या में लोगों ने इस ऐप को अनइंस्टाल भी किया. हालत ये हो गई कि स्नैपचैट की रेटिंग गूगल ऐप स्टोर पर वन स्टार हो गई है.

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