राष्ट्र

शिक्षा नीति में बदलाव का फायदा: समृति

वाराणसी | एजेंसी: मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी शिक्षी नीति में बदलाव करने जा रही है जिसका फायदा छत्र-छत्राओं को मिलेगा. उसके अलावा शिक्षकों के लिये ट्रेनिंग दी जायेगी. वहीं, दूसरी तरफ बीएचयू में उनका विरोध किया गया. उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी पहुंचीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा कि बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद मिला तो जल्द ही शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. वह महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के एक कार्यक्रम में शरीक हुईं. उन्होंने मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान में दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया.

इस दौरान छात्र संघ की मांग को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय और आइसा के छात्र-छात्राओं ने करीब 20 मिनट तक स्मृति का रास्ता रोके रखा. कुछ छात्राएं तो स्मृति की गाड़ी के आगे लेट गईं. इस दौरान छात्राओं की पुलिस के साथ झड़प भी हो गई.

आइसा की नेता शिखा ने बताया कि बीएचयू में छात्र संघ बहाली को लेकर केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन देना था. पुलिस के जवानों ने लड़कियों के साथ मारपीट करने की कोशिश की. इसलिए सड़क पर लेटकर इसका विरोध किया गया. संघ बहाल करने के नारे लगाए गए. छात्र-छात्राओं ने स्मृति को इस बाबत अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा.

इसके पहले स्मृति ने काशी विद्यापीठ में संगोष्ठी का शुभारंभ करने के बाद छात्र-छात्राओं से मुलाकात की.

उन्होंने कहा, “मालवीय जी के नाम पर टीचरों की ट्रेनिंग होगी. बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद मिला तो शिक्षा नीति में बड़े बदलाव किए जाएंगे. इसका फायदा छात्र-छात्राओं को मिलेगा.”

स्मृति ने कहा कि तकनीकी शिक्षा में बेटियां अभी भी बेटों से काफी पीछे हैं. हालांकि, वे हाईस्कूल-इंटरमीडिएट की परीक्षा में काफी आगे हैं. ऐसे में उन्हें और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है. अभिभावकों को भी इस मामले में आगे आना होगा. अपनी बेटियों को उन्हें लगातार प्रोत्साहित करना चाहिए.

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