शेखर कपूर के पास नहीं है कार
मुंबई | डेस्क: फिल्म निर्देशक शेखर कपूर के पास कार नहीं है. वे कहीं आने-जाने के लिये ऑटो रिक्शा का उपयोग करते हैं.
यह रात शेखर कपूर ने खुद ही सार्वजनिक किया है. ऐसा करने के पीछे उन्होंने तर्क भी दिया है.
73 साल के शेखर कपूर ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा- ‘मेरे पास कार नहीं है. मुंबई कार रखना बेवकूफी है. एक औसत साइज कार के लिए 6,00,000 लीटर पानी लगता है. क्या हमें इस पानी का इस्तेमाल फसलों के लिए नहीं करना चाहिए.’
I don’t own a car. It’s silly to own a car in Mumbai. It’s takes 600,000 litres to make an average size car. Shouldn’t we use that water to grow food instead? @AartiDi https://t.co/X5iMZiLolz
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) June 3, 2019
कार पर जब सवाल उठा तो ट्वीटर पर ही अनीता शिवरान ने कहा कि हम चकित हैं कि आपके पास कार नहीं है. क्या आप रिक्शा इस्तेमाल करते हैं? इस पर शेखर कपूर ने जवाब दिया ‘मेरे पास कार नहीं है, इसलिए अकसर रिक्शा का इस्तेमाल करता हूं.’
I don’t own a car. So often will use Ricks https://t.co/rbDmhM2WKj
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) June 3, 2019
नीतिन मिश्रा नामक एक यूजर ने पूछा-‘सच में आपके पास कार नहीं है. बॉलीवुड की हस्तियों के पास 20 से ज्यादा विदेशी कारें हैं.’
इस पर शेखर कपूर ने जवाब दिया ‘मुझे अपनी सेल्फ एस्टीम दिखाने के लिए 20 विदेशी कारों की जरूरत नहीं है.’
I don’t need to own 20 imported cars to prove my self esteem 🙏 https://t.co/hn2cqXYsnd
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) June 3, 2019
देवानंद, चेतन आनंद और विजय आनंद के भांजे शेखर कपूर का परिवार बंटवारे के बाद पाकिस्तान से भारत आ कर बसा था. शेखर कपूर ने आरंभिक पढ़ाई दिल्ली में की और केवल 22 साल की उम्र में वे चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गये थे. इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड से ICAEW भी किया.
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक बहुराष्ट्रीय तेल कंपनी से की और 1970 में वे इंग्लैंड में जा कर बस गये. वहां उन्होंने कुछ सालों तक अकाउंट और प्रबंधन सलाहकार के तौर पर काम किया.
शेखर कपूर देश के जाने-माने फ़िल्म निर्देशक हैं. शेखर कपूर ने ‘मासूम’, ‘बैंडिट क्वीन’ और ‘मि. इंडिया’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाई हैं. हॉलीवुड की फिल्म ‘एलिजाबेथ भी उनकी चर्चित फिल्म रही है. वे पिछले कई सालों से पानी पर एक फिल्म बना रहे हैं.
1975 में उन्होंने ‘इश्क इश्क इश्क’ और ‘जान हाजिर है’ नामक फिल्म से बतौर अभिनेता अपनी दूसरी पारी शुरु की. इसके बाद उन्होंने ‘टूटे खिलौने’ फिल्म में काम किया. जीना यहां, खंजर, बिंदिया चमकेगी, फलक, उड़ान, गवाही, दृष्टि, नजर, सातवां आसमान, विश्वरुपम, विश्वरुप, तेरा शुरुर से लेकर पिछले साल आई विश्वरुप-2 और विश्वरुपम-2 में भी अभिनय किया.
What’s with this film !! It’s 32 years old today and refuses to age. #mrindia pic.twitter.com/TueEoDkfOw
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) May 29, 2019
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल की भांजी मेधा गुजराल से उनकी शादी हुई थी. लेकिन 1994 में मेधा और शेखर कपूर अलग-अलग हो गये. मेधा ने बाद में भजन गायक अनूप जलोटा से शादी कर ली थी.
बाद में शेखर कपूर ने 1997 में अभिनेत्री और गायिका सुचित्रा कृष्णमूर्ति से विवाह किया. यह शादी भी नहीं टिक सकी और दोनों का तलाक हो गया. इनकी एक बेटी कावेरी कपूर है.
शेखर कपूर को 2000 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.