जेल संजू बाबा को रास नहीं आ रहा है!
मुंबई | मनोरंजन डेस्क: यरवदा जेल का हवा-पानी अपने संजू बाबा याने संजय दत्त को सूट नहीं कर रहा है इसीलिये उनका वजन 18 किलोग्राम कम हो गया है. जिस संजू बाबा के बॉ़डी की बालीवुड में खास तौर पर चर्चा होती थी उस संजय दत्त का वजन इतना कम हो गया है कि उन्हें डर लग रहा है कि इतना वजन कम होने से उनके साफ हो जाने का खतरा हो सकता है. अपने घऱ में नियमित तौर पर व्यायाम करने वाले तथा डटकर खाने वाले संजय दत्त को जाहिर है कि जेल में वह सुविधा नहीं मिल पा रही है. कहा जाता है कि इंडियन जेल में कैदी घुट-घुट कर आधा हो जाता है. हालांकि, संजय दत्त आधा नहीं हुए हैं परन्तु उनका वजन हैरतअंगेज ढ़ंग से कम हो गया है.
वैसे संजय दत्त ने जो गुनाह किया है उसकी सजा तो उन्हें भुगतनी ही पड़ेगी. जाहिर है कि संजय दत्त को घर तथा पत्नी संजना की याद भी सता रही होगी परन्तु किया जा सकता है? सजा तो सजा है, जिसे भुगतना पड़ेगा ही. अब चाहे शरीर का वजन कम हो या मन का वजन बढ़ जाये. यरवदा केंद्रीय कारागार प्रशासन द्वारा बुधवार को दो सप्ताह के लिए रिहा किए गए अभिनेता संजय दत्त यहां घर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा है कि उनका काफी वजन घट गया है.
सफेद शर्ट में चुस्त दिख रहे दत्त ने यहां अपने आवास पर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत की.
उन्होंने कहा, “मेरा 18 किलोग्राम वजन घटा है. अब यदि इससे आगे मेरा वजन घटा तो मैं साफ हो जाऊंगा.”
संजय दत्त इस समय पांच वर्ष कारावास की सजा काट रहे हैं, जिसमें से 18 महीने की अवधि पूरी हो चुकी है.
इसके पहले उन्हें चिकित्सा के आधार पर अक्टूबर 2013 में 28 दिनों के लिए रिहा किया गया था. उसके बाद दिसंबर 2013 में भी चिकित्सा आधार पर 28 दिनों के लिए उन्हें रिहा किया गया था, क्योंकि उनकी पत्नी मान्यता बीमार थीं और उन्हें उनकी देखरेख करनी थी.
पत्नी की लंबी बीमारी के कारण दत्त ने जनवरी महीने में एक बार फिर 28 दिनों की पैरोल मांगी थी. उनके द्वारा बार-बार पैरोल मांगे जाने पर सवाल खड़े हो गए हैं.
इस पर दत्त ने कहा, “मैं कोई विशेष राहत नहीं चाहता. मैंने पांच महीने पहले रिहाई के लिए आवेदन दिया था, जिसे मंजूरी मिल गई. सहयोग के लिए आप सभी का शुक्रिया.”
संजय दत्त को यह जानकारी है कि उनके फिल्मकार मित्र राजकुमार हिरानी उन पर एक फिल्म बना रहे हैं, लेकिन उन्होंने कहा, “मुझे उसकी स्थिति की जानकारी नहीं है. मैं इस बारे में उनसे बात करूंगा.”
संजय ने कहा कि जेल में उन्होंने “10 स्क्रिप्ट तैयार की है और मैं उनपर जल्द ही काम शुरू करूंगा.”
मुंबई में 12 मार्च, 1993 को हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों से पूर्व अवैध रूप से एके-56 रायफल रखने और उसे नष्ट करने के लिए संजय दत्त को दोषी पाया गया था.
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद दत्त ने 16 मई, 2013 को समर्पण कर दिया था और उन्हे उच्च सुरक्षा वाले यरवदा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था, जहां उन्हें सजा के बाकी बचे 42 महीने काटने हैं. संजय दत्त को ख्याल रखना पड़ेगा कि आने वाले 42 माह में उनका वजन और न कम हो जाये. वैसे बीच-बीच में पैरोल पर घर आकर संजय दत्त खुछ वजन बढ़ा सकते हैं तब जेल में उनके साथी कहेंगे कि, “पैरोल पर जाने से तुम्हारा वजन बढ़ जाता है.”