कलारचना

पद्मश्री को सलीम ने कहा, NO

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: बालीवुड को ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘जंजीर’ तथा ‘त्रिशुल’ जैसी फिल्मों की कहानी देने वाले सलीम खान ने पद्मश्री पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया है. पद्मश्री से इंकार तो बाबा रामदेव तथा श्री श्री रविशंकर ने भी किया पर उनके ना में विनम्रता का पुट है जबकि सलीम खान के अहं ने इंकार किया है. जिस सलीम खान के कहानी की बदौलत अमिताभ बच्चन बालीवुड के ‘बिग बी’ बने उसे तो सभी पद्म पुरस्कार पद्मश्री, पद्म भूषण से नवाज़ा जा चुका है तथा इस बार सर्वोच्य पद्म पुरस्कार पद्म विभूषण देने की घोषणा की गई है. जाहिर है कि इससे बालीवुड के ‘दबंग खान’ कहे जाने वाले सलमान खान के पिता सलीम खान के अहं को चोट पहुची तथा उन्होंने साफ कर दिया, “मैं पद्मश्री के खिलाफ नहीं हूं. उन्होंने मुझे पद्मश्री इतनी देरी कर दी, अब उन्हें मुझे कुछ देना चाहिए जो मेरे लेवल का हो. पद्मश्री तो मुझसे जूनियर पचासों को मिल चुका है. क्या 79 उम्र मुझे ये मिलना उचित है?”

सलीम खान की बातों से आभास होता है कि उन्हें पद्म पुरस्कार देने की प्रक्रिया पर ही नाराजगी है. उन्होंने कहा, “सरकार की कार्य प्रणाली कुछ तो गलत है. मैं कोई विवाद खड़ा नहीं करना चाहता पर पद्मभूषण मेरे लेवल का है.”

सलीम खान ने जावेद अख्तर के साथ मिलकर बालीवुड को कई जानदार तथा शानदार कहानी दी है. बहरहाल, पद्मश्री से सलीम खान के इंकार से जाहिर होता है कि उन्हें बाबा रामदेव तथा श्री श्री रविशंकर के समान पुरस्कारों से ना नहीं बल्कि उसके समय तथा लेवल से ना है.

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