रायपुर में फिर लगी लाईन
रायपुर | संवाददाता: रायपुर की जनता एक बार फिर से कतारबद्ध है. नोटबंदी के बाद इस तरह की कतार पहली बार देखी जा रही है. दरअसल, लोग जनता प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट के लिये लाईऩ लगा रहें हैं.
शासन के फऱमान के अऩुसार अब से हर छः में यह जांच करवानी होगी. लेकिन व्यवस्था का आलम यह है कि इसकी जांच करके सर्टिफिकेट जारी करने के लिये पर्याप्त संख्या में केन्द्र की स्थापना नहीं की गई है. जिससे लोग परेशान हो रहें हैं. उन्हें ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाये जाने वाले जुर्माने का डर है.
रायपुर में इस तरह की जांच तथा सर्टिफिकेट के लिये 43 केन्द्र बनने थे, लेकिन इसमें से 12 पूरी तरह बंद रहे. और इसके अलावा करीब 6 पीयूसी मशीन खराब होने के कारण लोग परेशान हो रहे थे. कुछ लोगों ने बताया कि वे सुबह से आये हैं और 2-3 घंटे बाद उनका नंबर आया है.
कार की लाइन तो सीएम हाउस के सामने तक पहुंच गई थी, इस पर वहां के सुरक्षा अधिकारियों ने आपत्ति जताई और लाइन दूसरी दिशा में लगवाई.
व्यवस्था का आलम यह है कि राजधानी रायपुर के प्रमुख मार्गो में एक भी जांच का केन्द्र नहीं बनाया गया है. रायपुर के शास्त्रई चौक से लेकर टाटीबंध तक एक भी जांच का केन्द्र नहीं बनाया गया है.
इस हालत को देखते हुये जिला कलेक्टर ओपी चौधरी ने लोगों को राहत प्रदान की है. मालवाहक वाहनों के सर्टिफिकेट की जांच 25 मार्च से शुरु होगी. इसी तरह से ऑटो, कार, जीप को 31 मार्च तक की छूट दी गई है. दोपहिया वाहनों के सर्टिफिकेट की जांच 8 अप्रैल से होगी.
फोटो: प्रतीकात्मक