राहुल के संभल जाने पर रोक, कहा-संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन
लखनऊ | डेस्क : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संभल जाने से रोके जाने को संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन कहा है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मेरा अधिकार बनता है, मैं जा सकता हूं. मगर तब भी वे मुझे रोक रहे हैं.
पिछले महीने, 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में चार लोग मारे गए थे. राहुल गांधी का कहना है कि वे मृतकों के परिजनों से मिलने जा रहे थे.
उन्होंने कहा, “हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस मना कर रही है, जाने नहीं दे रही है. नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मेरा अधिकार बनता है, मैं जा सकता हूं. मगर तब भी वे मुझे रोक रहे हैं. मैंने कहा है कि मैं अकेला जाने को तैयार हूं, पुलिस के साथ जाने को तैयार हूं. लेकिन वो बात भी स्वीकार नहीं की गई.”
राहुल गांधी ने कहा “अब कह रहे हैं कि कुछ दिनों में अगर हम वापस आएंगे तो हमें जाने देंगे. ये असल में नेता प्रतिपक्ष के अधिकारों के ख़िलाफ़ है. मुझे जाने दिया जाना चाहिए. ”
राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि उन्हें रोका जाना संविधान के ख़िलाफ़ है. हम संभल जाना चाहते हैं, वहां देखना चाहते हैं कि क्या हुआ. लोगों से मिलना चाहते हैं लेकिन मेरा जो संवैधानिक अधिकार है, वो मुझे दिया नहीं जा रहा है.
राहुल गांधी ने कहा, “ये नया हिंदुस्तान है, संविधान को ख़त्म करने का हिंदुस्तान है. अंबेडकर जी के संविधान को ख़त्म करने का संविधान है. मगर हम लड़ते रहेंगे.”
इधर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी जी मुस्लिम वोट बैंक जुटाने की असफल राजनीति, नौटंकी, ड्रामा कर रहे हैं और उनके ड्रामे से सपा और कांग्रेस को कोई फायदा नहीं है. इन दोनों दलों का पतन सुनिश्चित है.
उन्होंने कहा कि संभल में अब शांतिपूर्ण माहौल है. वहां का माहौल ये लोग खराब करना चाहते हैं.