प्रज्वल रेवन्ना पर मोदी चुप्पी तोड़ें-राहुल
नई दिल्ली | डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रज्वल रेवन्ना के कथित यौन उत्पीड़न वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, “कर्नाटक में महिलाओं के साथ हुए वीभत्स अपराध पर भी नरेंद्र मोदी ने हमेशा की तरह शर्मनाक चुप्पी साध ली है. प्रधानमंत्री को जवाब देना होगा: सब कुछ जान कर भी सिर्फ वोटों के लिए उन्होंने सैकड़ों बेटियों का शोषण करने वाले हैवान का प्रचार क्यों किया?”
राहुल ने लिखा, “आखिर इतना बड़ा अपराधी बड़ी सहूलियत के साथ देश से फरार कैसे हो गया? कैसरगंज से कर्नाटक और उन्नाव से उत्तराखंड तक, बेटियों के गुनहगारों को प्रधानमंत्री का मूक समर्थन देश भर में अपराधियों के हौसले बुलंद कर रहा है. क्या मोदी के ‘राजनीतिक परिवार’ का हिस्सा होना अपराधियों के लिए ‘सुरक्षा की गारंटी’ है?”
गौरतलब है कि प्रज्वल रेवन्ना और उनके क़रीबियों ने कहा है कि ये वीडियो एडिटेड और सही नहीं हैं.
कर्नाटक में प्रज्वल रेवन्ना, बीजेपी-जेडीएस गठबंधन के उम्मीदवार हैं. पिछली बार भी हासन लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे.
प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं. प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी हैं.
इधर प्रज्वल रेवन्ना ने सोशल मीडिया पर अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने लिखा, “पूछताछ में शामिल होने के लिए मैं बेंगलुरु में मौजूद नहीं हूं, इसलिए मैं अपने वकीलों के जरिए सीआईडी बेंगलुरु के संपर्क में हूं. सच्चाई जल्द ही सामने आएगी.”
हालांकि बुधवार को ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कथित यौन उत्पीड़न मामले में जेडीएस नेता और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि जैसे ही कई महिलाओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया तो वैसे ही राज्य सरकार ने जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया.
पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि सांसद और हासन से एनडीए के लोकसभा प्रत्याशी पर लगाए गए आरोप बेहद डरावने और शर्मनाक़ हैं और इन आरोपों ने देश की चेतना को हिलाकर रख दिया है. पुलिस केस और गिरफ़्तारी को भांपकर लोकसभा से एनडीए प्रत्याशी और अभियुक्त संसद सदस्य प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गया है. वो 27 अप्रैल को विदेश के लिए रवाना हुए.”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लिखा कि रिपोर्टों से ये पता चला है कि वह डिप्लोमैटिक पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहें.