रेडियो कभी नहीं मरेगा
नई दिल्ली | एजेंसी: प्रख्यात रेडियो प्रस्तोता और उद्घोषक अमीन सयानी का मानना है कि रेडियो हमेशा मौजूद रहने वाला है, यह कभी नहीं मरेगा.
ऑल इंडिया रेडियो के चर्चित कार्यक्रम ‘बिनाका गीत माला’ के प्रस्तोता के रूप में पहचानी जानी वाली लोकप्रिय मखमली आवाज के मालिक अमीन कहते हैं कि आज म्यूजिक प्लेयर और आईपॉड जैसे डिजिटल उपकरणों के आ जाने के बाद भी रेडियो का अस्तित्व पहले की तरह कायम है, इसकी लोकप्रियता को कोई खतरा नहीं है.
रेडियो जगत के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अमीन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि रेडियो के अस्तित्व को कभी भी खतरा होगा.”
एफआईसीसीआई-केपीएमजी मीडिया एंड एंटरटेंमेंट रिपोर्ट 2014 के मुताबिक 2013 में रेडियो सुनने वालों की संख्या में 12 से 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
81 वर्षीय अमीन ने कहा, “कार्यक्रमों की लोकप्रियता निश्चित तौर पर प्रस्तोता और उपभोक्ता पर निर्भर करती है. रेडियो पर कई बेहतरीन कार्यक्रम आते हैं, जिन पर कभी भी आपका समय बर्बाद नहीं होगा. रेडियो ही वह माध्यम है, जिससे आपको चिपके रहने की जरूरत नहीं पड़ती.”
इंडियन रीडरशिप सर्वे के 2012 के आंकड़ों के मुताबिक रेडियो के श्रोताओं का अनुमानित आंकड़ा 15.8 करोड़ है और इसके श्रोताओं की संख्या में हमेशा बढ़त होती रही है.
रेडियो सिलोन पर 1952-94 तक ‘बिनाका गीत माला’ के सफल और लोकप्रिय प्रस्तोता रहे अमीन ने कहा, “यह बेहद सस्ता माध्यम भी है. आपको इसे सुनने के लिए किसी महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की आवश्यकता नहीं है. यह बेहद खूबसूरत माध्यम है, सहज उपलब्ध है, उपयोग करने में आसान है और सबसे बड़ी बात यह मनोरंजन और सूचनाओं का सबसे पुराना माध्यम है.”
अमीन को उनके भाई ने ऑल इंडिया रेडियो बंबई में काम दिलाया था. अमीन ने कहा, “मुझे अपनी स्क्रिप्ट लिखनी पड़ती थी, पूर्वाभ्यास करना पड़ता था, तब जाकर मैं सीधे प्रसारण से जुड़ता था. मैं हर चीज को बड़ी ही खूबसूरती से अपने कार्यक्रम में जोड़ता था.”
अमीन अपने समय के मशहूर और लोकप्रिय रेडियो प्रस्तोता रहे हैं. उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए हैं, लेकिन युवा रेडियो जॉकीज की सराहना करने में भी वे पीछे नहीं हैं.
उन्होंने कहा, “आज की पीढ़ी के पास वे सब सुविधाएं नहीं हैं. वे स्वभाविक रूप से बोलते हैं. कई प्रस्तोता तो मुझसे कहीं बेहतर हैं.”
वर्तमान समय में रेडियो सिटी 91.1 एफएम में कार्यक्रम ‘सितारों की जवानियां’ के प्रस्तोता अमीन ने कहा, “मेरे लिए रेडियो मेरी जिंदगी थी. वास्तव में वह ऐसा दौर था, जब वरिष्ठ ब्रॉडकास्टर कहा करते थे कि बेहतरीन रेडियो कार्यक्रम वह है, जिसकी हम सुनकर ही कल्पना कर सकते हैं. मैं ऐसे दौर और महौल में रहा हूं.”