पाकिस्तान में पोलियो के मामले बढ़ कर हुए 39
नई दिल्ली | डेस्क: भारत के बाद अब पाकिस्तान में एक के बाद एक पोलियो के नए मामलों ने दुनिया भर को चिंतित कर दिया है. पाकिस्तान में स्वास्थ्य विभाग ने पोलियो के 6 और मामलों की पुष्टि की है. इसके साथ ही इस साल पाकिस्तान में पोलियो संक्रमित बच्चों की संख्या बढ़ कर 39 हो गई है.
गौरतलब है कि इस साल मेघालय के टिकरीकिला में एक बच्चे में पोलियो के कारण होने वाले तीव्र शिथिल पक्षाघात का मामला 14 अगस्त को राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट किया गया था. 2011 में भारत में अंतिम मामला आने के बाद 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियोमुक्त घोषित कर दिया था. लेकिन मेघालय के मामले के बाद वैज्ञानिक चौंक गए थे.
अब पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक के बाद एक पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं.
हाल में जो 6 नए मामले सामने आए हैं, उनमें बलूचिस्तान में तीन, सिंध प्रांत में दो और खैबर पख्तूनख्वा में एक मामला शामिल है. इनमें जंगली पोलियोवायरस टाइप 1 (WPV1) पाया गया है.
इस साल जो नए मामले सामने आए हैं, उनमें बलूचिस्तान में 20 मामले पाए गए हैं. इसके बाद सिंध प्रांत में 12 मामले हैं. खैबर पख्तूनख्वा में पांच मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पंजाब और इस्लामाबाद में एक-एक मामले मिले हैं.
पिछले कई दशकों तक चले टीकाकरण अभियान के बाद दुनिया भर में पोलियो के मामले ख़त्म हो गए थे. हालांकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान, उन अंतिम देशों में हैं, जहां पोलियो अभी भी बचा हुआ है.
अफगानिस्तान में कुल 18 मामले मिले थे. जबकि पाकिस्तान में 2023 में केवल छह मामले दर्ज किए गए थे. इसी तरह पाकिस्तान में 2022 में 20 और 2021 में केवल एक मामला दर्ज किया गया था.
लेकिन पोलियो के ताज़ा मामलों के बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है.
पाकिस्तान में पोलियो उन्मूलन अभियान का नेतृत्व कर रही आयशा रजा फारूक ने कहा कि प्रत्येक पक्षाघात वाले पोलियो मामले का मतलब है कि सैकड़ों बच्चे चुपचाप पोलियोवायरस से प्रभावित हैं और संभावित रूप से इसे अपने समुदायों में ले जा रहे हैं और फैला रहे हैं.
पाकिस्तान 28 अक्टूबर को देश भर में पोलियो टीकाकरण अभियान शुरू कर रहा है, जिसमें पांच साल से कम उम्र के 45 मिलियन से ज़्यादा बच्चों को लकवाग्रस्त पोलियो से बचाने के लिए टीका लगाया जाएगा.