प्रधानमंत्री दाऊद से नहीं मिले थे
नई दिल्ली | संवाददाता: सरकारी प्रवक्ता के बयान के अनुसार पीएम मोदी पाकिस्तान में दाऊद इब्राहीम से नहीं मिले थे. केन्द्र सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि उत्तरप्रदेश के मंत्री आजम खान का दावा कि प्रधानमंत्री मोदी 25 दिसंबर 2015 के अपने लाहौर दौरे के समय नवाज़ शरीफ़ के घर डॉन दाऊद इब्राहीम से मिले थे ‘गलत और बेबुनियाद’ है. सरकारी प्रवक्ता ने शनिवार को कहा, “कुछ बयान दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री ने 25 दिसंबर 2015 को लाहौर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आवास पर दाउद इब्राहिम से मुलाकात की थी. ये बयान निराधार, बेबुनियाद और पूरी तरह गलत हैं.”
इसी तरह से कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने भी उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान के बयान को आधारहीन करार देते हुये कहा, “कुछ बयान दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री ने 25 दिसंबर 2015 को लाहौर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आवास पर दाउद इब्राहिम से मुलाकात की थी. ये बयान निराधार, बेबुनियाद और पूरी तरह गलत हैं.”
उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने शनिवार को गाजीपुर में दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी दाऊद इब्राहीम से मिले थे. उन्होंने कहा, “बादशाह (मोदी) कहें तो सबूत के रूप में फोटोग्राफ भी दिखा सकता हूं. नवाज शरीफ के यहां उनकी मां से मोदी की मुलाकात के दौरान साथ में अडानी और जिंदल भी थे.”
गाजीपुर जिले के करंडा क्षेत्र के बड़सरा गांव स्थित इंटर कालेज के वार्षिक समारोह में शामिल होने आए आजम ने हेलीपैड पर पत्रकारों से यह बात कही.
आजम खां ने यह भी कहा, “हमारे पीएम पाक के पीएम को पश्मीना शॉल और मलिहाबादी आम भेजते हैं तो वहां से सीक कबाब आता है. इसके भी मेरे पास सबूत हैं…कबाब लौकी से नहीं बनता.”
वहीं भाजपा नेता सुधांशु मित्तल ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा कि वह ‘तुरंत’ मंत्री आजम खान को बर्खास्त करें. मित्तल ने कहा, “यदि अखिलेश वाकई गंभीर हैं तो उन्हें सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले और देश को बदनाम करने वाले नेता को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए. मैं स्तब्ध हूं.’