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शक्कर अब गरीबों को नहीं, केंद्र की सब्सिडी बंद

रायपुर | संवाददाता: केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ में गरीबों की शक्कर की सब्सिडी बंद कर दी है. राज्य सरकार गरीबों को हर महीने एक किलो शक्कर देती थी. लेकिन जन वितरण प्रणाली में दी जाने वाली शक्कर की सब्सिडी बंद करने के बाद अब इसका वितरण बंद कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ में पीडीएस का राशन पाने वाले गरीबों को सरकार के इस कदम से गहरा झटका लगा है.

दो महीने पहले ही सरकार ने गरीबों को दिये जाने वाली शक्कर की कीमत में साढ़े तीन रुपये किलो की बढोत्तरी की थी. 31 मार्च से पहले इसकी कीमत 13 रुपये 50 पैसे थी. लेकिन मार्च में यह कीमत बढ़ा कर 17 रुपये प्रति किलो कर दी गई थी. अब इस शक्कर के भी लाले पड़ गये हैं.

17 रुपये किलो की शक्कर में 12 रुपये केंद्र सरकार देती थी, जबकि 5 रुपये राज्य सरकार का था. केंद्र सरकार द्वारा हाथ खिंच लेने के बाद माना जा रहा है कि राशन की दूसरी सामग्री भी आने वाले दिनों में पीडीएस की दुकानों से गायब हो सकती है.

राज्य कीा 12 हजार 348 उचित मूल्य दुकानों के जरिये 58 लाख से ज्यादा गरीब परिवारों को हर महीने सिर्फ एक रूपए किलो में चावल दिया जाने का दावा किया जाता है. इनमें से प्राथमिकता वाले नीले राशन कार्डधारक परिवारों को एक रूपए किलो में प्रति सदस्य सात किलो और अन्त्योदय श्रेणी के गुलाबी राशन कार्ड धारक परिवारों को एक रूपए किलो में 35 किलो चावल हर महीने दिया जाता है.

इसी तरह आदिवासी क्षेत्रों में प्रति परिवार दो किलो और गैर अनुसूचित क्षेत्रों में प्रति परिवार एक किलो निःशुल्क आयोडाइज्ड नमक भी दिया जा रहा है. इसके अलावा हर महीने सिर्फ पांच रूपए किलो में दो किलो चना भी वितरित किया जा रहा है. लेकिन जिस झटके के साथ शक्कर की आपूर्ति बंद की गई है, उससे गरीबों में पीडीएस के राशन को लेकर भय समा गया है.

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