पन्ना टाइगर रिज़र्व में छह बाघ शावकों का जन्म
भोपाल | एजेंसी: मध्य प्रदेश में बाघ संरक्षण की दिशा में चल रहे प्रयासों के बीच पन्ना टाइगर रिजर्व से एक अच्छी खबर आई है. बाघों के कुनबे में छह नए मेहमान आए हैं. आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में दो बाघिन टी-चार और टी-दो ने तीन-तीन बाघ शावक को जन्म दिया.
पन्ना उद्यान को दूसरे सरिस्का की संज्ञा दी जाने लगी थी, क्योंकि यहां बाघों का टोटा होने की बात आम हो गई थी. इन स्थितियों के बीच वन विभाग द्वारा अन्य क्षेत्रों से लाकर चार मादा और एक नर बाघ इस रिजर्व में छोड़े गये थे. आज यहां पांच पुनस्थापित बाघों के अतिरिक्त 11 (वयस्क एवं अर्ध-वयस्क) बाघ विचरण कर रहे हैं.
पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघिन टी-चार ने हाल ही में तीन शावक को जन्म दिया था, पर ये शावक पहली बार शनिवार को दिखे.
उप संचालक विक्रम सिंह परिहार ने आज न केवल इन्हें प्रत्यक्ष देखा बल्कि तीनों का फोटो लेने में भी सफलता हासिल की. टी-चार ने पूर्व में नवम्बर, 2011 में दो शावक को जन्म दिया था, जिनको बाघिन ने एक वर्ष तक पालन-पोषण करने के बाद स्वयं से अलग कर दिया. अब ये बाघ स्वतंत्र विचरण कर रहे हैं.
कान्हा टाइगर रिजर्व से मार्च, 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व में लाई गई बाघिन टी-दो ने भी तीन शावक को जन्म दिया है, जिन्हें हाल ही में देखा भी गया है. किन्तु अभी इनके फोटोग्राफिक प्रमाण नहीं जुटाए जा सके हैं.