पेंसिल-कापी के लिये खुदकुशी
भुवनेश्वर | एजेंसी: गरीबी क्या-क्या नहीं करवाती है परन्तु ओडीशा में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है. ओडीशा के गंजम जिले में रहने वाली एक 14 वर्षीय छात्रा ने पेंसिल-कापी के लिये खुदकुशी कर ली है. गरीबी के कारण छात्रा के माता-पिता ने उसे पेंसिल, कॉपी और पढ़ाई के लिए दूसरी जरूरी चीजें दिलवाने में असमर्थता व्यक्त की थी.
गंजम ज़िले की इस घटना को लेकर शिक्षाविद और समाजशास्त्री भी हैरान हैं. उनका कहना है कि बच्चों के मन में जिस तरह सामाजिक घटनाओं का प्रभाव पड़ रहा है, यह आत्महत्या उसी को प्रदर्शित करता है.
पुलिस का कहना है कि गंजम जिले के अस्का कस्बे में रहने वाली छात्रा जयंती अपने माता-पिता से पढ़ाई से संबंधित जरूरी चीजें खरीदने के लिए पैसे मांग रही थी. बीते 23 जून को स्कूल खुलने के साथ ही उसे कक्षा सात में दाखिला मिला था. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार उसके अभिभावकों ने कहा कि रूपए के प्रबंध के लिए उन्हें थो़डा समय चाहिए.
ल़डकी के पिता बिजॉय नायक एक दिह़ाडी मजदूर हैं और हाल ही में पक्षाघात का शिकार हो जाने की वजह से परिवार के लिए आजीविका कमाने में अक्षम हैं. मां इश्वरी दूसरे घरों में काम करती हैं. दंपति के तीन और बच्चे हैं. जाहिर है, घर में पैसों की तंगी बनी रहती है.
14 साल की बच्ची इस स्थिति को समझ नहीं सकी. वह रूपए मिलने में हो रही देर से परेशान हो गई और घर पर अपने ऊपर किरोसीन डाल कर आग लगा ली. घटना के समय उसके अभिभावक घर पर नहीं थे.
जब बच्ची को अस्पताल लाया गया तो उसका शरीर 50 प्रतिशत जल चुका था. ऐसी हालत में उसकी मौत हो गई. इधर इस घटना को लेकर अब इस बात को लेकर बहस शुरु हो गई है कि आखिर बच्चों में यह कैसी प्रवृत्ति घर कर रही है.